Durga Pooja Carnival: रेड रोड पर दुर्गा प्रतिमाओं का ब्रिगेड, पूजा कार्निवल में मिलेंगी सर्वोत्तम 79 दुर्गा प्रतिमाएं
Durga Pooja Carnival25000 से अधिक लोग कार्निवल देखने के लिए मौजूद रहेंगे जबकि लाखों लोग डिजिटल प्लेटफार्म और ममता बनर्जी के फेसबुक पेज से कार्निवल का सीधा प्रसारण
कोलकाता, जागरण संवाददाता। दुर्गापूजा भले बीत गई हो लेकिन इसका भव्य समापन अभी बाकी है। शुक्रवार शाम महानगर के ऐतिहासिक रेड रोड पर एक बार फिर मां दुर्गा की अद्भुत झलकियां देखने को मिलेंगी, जब कोलकाता की सर्वोत्तम 79 दुर्गा प्रतिमाएं यहां से होते हुए विसर्जन के लिए बाबूघाट की तरफ बढ़ेंगी। इस बाबत सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
रेड रोड पर आयोजित होने वाले पूजा कार्निवल के लिए चंदननगर के कलाकारों ने आलोक सज्जा की है। ऐतिहासिक ठाकुर दलान की तर्ज पर मंच तैयार किया गया है, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनके मंत्री, तृणमूल सांसद, प्रशासनिक अधिकारी व अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहेंगे।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ के लिए अलग से मंच बनाया गया है। इसके अलावा चार हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। कार्निवल में देश-विदेश के कई मेहमान भी शरीक होंगे, जिनमें विभिन्न देशों के राजदूत भी हैं।
इस बार प्रत्येक पूजा कमेटी की झांकी में अधिकतम 50 लोग शामिल हो सकेंगे। अंत में तीन टैब्लो निकाले जाएंगे, जिनके जरिए बंगाल की संस्कृति को दर्शाया जाएगा। कार्निवल के इस बार का थीम 'रांगा माटिर देश' (रंगीन मिट्टी का देश) है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 25,000 से अधिक लोग प्रत्यक्ष तौर पर कार्निवल देखने के लिए मौजूद रहेंगे जबकि लाखों लोग डिजिटल प्लेटफार्म और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फेसबुक पेज से कार्निवल का सीधा प्रसारण देख सकेंगे। पूजा कार्निवल को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने 2016 में पूजा कार्निवल की शुरुआत की थी। तब सिर्फ 39 नामचीन पूजा कमेटियां ही इसमें शामिल हुई थीं।
उत्सव की आड़ में जनता को किया जा रहा भ्रमित : दिलीप
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने पूजा कार्निवल को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में उत्सव के सहारे जनता को भ्रमित किया जा रहा है। कार्निवल कोई नया नहीं है। पहले से होते आ रहा है।
हकीकत यह है कि वर्तमान में राज्य की परिस्थिति ठीक नहीं है। दुर्गापूजा के दौरान भी राज्य में शांति नहीं दिखी। खून-खराबा हुआ। लोगों का जीवन सुरक्षित नहीं है, ऐसे में कार्निवल महज ध्यान भटकाने की कोशिश है।