Move to Jagran APP

राज्य सरकार जो भी बोले, पर प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप से बंद मिल को खोला जा रहा है : लाॅकेट चटर्जी

हुगली की भाजपा सांसद एवं प्रदेश भाजपा की महासचिव लाॅकेट चटर्जी ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के पहले कुछ दिनों के लिए राज्य सरकार ने मिल चालू की थी लेकिन हारने के बाद फिर से तालाबंदी कर दी।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 07:26 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 07:26 AM (IST)
राज्य सरकार जो भी बोले, पर प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप से बंद मिल को खोला जा रहा है : लाॅकेट चटर्जी
हुगली की भाजपा सांसद एवं प्रदेश भाजपा की महासचिव लाॅकेट चटर्जी

कोलकता, राज्य ब्यूरो। बीते लोकसभा चुनाव में हुगली संसदीय क्षेत्र से हारने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने गोंदलपाड़ा जूट मिल को बंद करा दिया था। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हस्तक्षेप से भाजपा ने एक बार फिर से इस मिल को चालू करवाने की व्यवस्था की है।

loksabha election banner

बुधवार को बंगाल के हुगली जिले के चन्दननगर स्थित गोंदलपाड़ा मिल के समक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिए जाने के लिए आयोजित की गई सभा में हुगली की भाजपा सांसद एवं प्रदेश भाजपा की महासचिव लाॅकेट चटर्जी ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के पहले कुछ दिनों के लिए राज्य सरकार ने मिल चालू की थी, लेकिन हारने के बाद फिर से तालाबंदी कर दी। जिसके कारण कई श्रमिकों ने आत्महत्या का भी राह अपनाया जबकि कईयों की मौत बीमारी के कारण समय पर इलाज़ ना होने के चलते हुई है। सांसद लाॅकेट चटर्जी ने कहा कि मैंने इस मुद्दे पर कई बार प्रधानमंत्री से बात की। केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से लंबे समय तक बंद पड़े गोंदलपाड़ा जूट मिल को फिर से खोले जाने की रज़ामंदी हुई है।

उन्होंने अपने तेवर भरे अंदाज में कहा कि श्रमिकों की दुहाई देने वाली तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमों ममता बनर्जी मजदूर विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद हुगली जिले में सभी बंद जूट मिलों एवं फैक्ट्रियों को चालू किया जाएगा। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि एक नवंबर से बंद पड़े गोंदलपाड़ा जूट मिल को चालू करने की बात है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस इसके खिलाफ काम करेगी। अगर मिल खोले जाने के मामले में किसी प्रकार का बाधा दिया गया तो भारतीय जनता पार्टी पूरे चंदननगर को अवरुद्ध कर देगी।

मालूम हो कि आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए गोंदलपाड़ा जूट मिल प्रबंधन ने 27 मई 2018 को मिल गेट पर कार्य स्थगन की नोटिस लगा दिया था।तबसे इस मिल के लगभग पांच हजार श्रमिक बेकार होकर इधर- उधर भटक रहे थे। पिछले दिनों कोलकता में श्रम मंत्री मलय घटक की अध्यक्षता में हुई त्रिपक्षीय बैठक के बाद एक नवंबर से मिल खोले जाने पर फैसला हुआ। मिल खुलने की ख़ुशी में भाजपा समर्थित श्रमिकों ने सासंद लाॅकेट चटर्जी का अभिनंदन किया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.