Bengal Chunav: भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में होगी बड़ी चमक, पीएम मोदी या अमित शाह के मुंह से घोषणाएं कराने की बन रही है योजना
बिहार की तरह ही भाजपा बंगाल में भी घोषणापत्र में कोरोना की वैक्सीन को शामिल कर सकती है हालांकि तब कोरोना की वैक्सीन बाजार में नहीं आई थी लेकिन अब उपलब्ध है। घोषणापत्र राज्य के विकास के लिए वादों का बड़ा पिटारा होगा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की सत्ता तक पहुंचने के लिए भाजपा कमर कसकर जुटी हुई है। विधानसभा चुनाव के लिए तैयार किए जा रहे पार्टी के घोषणापत्र में ऐसी-ऐसी घोषणाएं करने की तैयारी हो रही है कि विपक्षी दलों की चिंता बढ़ जाए। खबर है कि भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में बंगाल के सभी लोगों के लिए कुछ न कुछ होगा।
बिहार की तरह ही भाजपा बंगाल में भी घोषणापत्र में कोरोना की वैक्सीन को शामिल कर सकती है, हालांकि तब कोरोना की वैक्सीन बाजार में नहीं आई थी लेकिन अब उपलब्ध है। घोषणापत्र राज्य के विकास के लिए वादों का बड़ा पिटारा होगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में मुफ्त टीकाकरण का वादा किया है। यह काम इस राज्य में ही शुरू हो गया है। जब हम सत्ता में आएंगे, तब इसे और तेजी से आगे बढ़ाएंगे। घोषणापत्र में यह हो या न हो, बंगाल में भाजपा की सरकार बनने पर यहां के सभी लोगों को टीका मुफ्त में दिया जाएगा। बांकुड़ा के सांसद सुभाष सरकार, जो इस घोषणापत्र का प्रारूप तैयार करने वाली समिति के सदस्यों में से एक हैं, ने कहा कि घोषणापत्र केवल टीकाकरण के बारे में नहीं होगा बल्कि बंगाल के समग्र विकास को लेकर होगा। कुछ भी छोड़ा नहीं जा सकता। उद्योग, शिक्षा, पर्यटन, कानून-व्यवस्था, बंगाल में इन सभी क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन की जरुरत है। भाजपा की सरकार बनने पर उसकी यही प्राथमिकता होगी।
घोषणापत्र को लेकर शाह से भी हुई है चर्चा
सत्ता में आने पर भाजपा क्या करेगी? चुनावी घोषणापत्र में इसकी घोषणा की जाएगी। यह विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए काफी अहम है। यही वजह है कि घोषणापत्र को लेकर पहले से ही तैयारी शुरू हो गई है। भाजपा ने विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से इस मुद्दे पर पहले ही बात करना शुरू कर दिया था। पूर्व पत्रकार रंतिदेव सेनगुप्ता के नेतृत्व में विद्वानों की एक समिति गठित की गई है। समिति में भाजपा के संयुक्त महासचिव (संगठन) शिव प्रकाश, राज्य के महासचिव (संगठन) अमिताभ चक्रवर्ती, राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक अनिर्बाण गांगुली समेत कई लोग शामिल हैं। लक्ष्य 'सोनार बांग्लाÓ को लेकर इस समिति ने विभिन्न जगहों पर स्थानीय विद्वानों के साथ बैठक भी की थी, जिसमें लोगों की जरूरतों को समझने की कोशिश की गई। इस मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी हालिया दौरे के दौरान चर्चा की गई है।
25 वर्षों में बंगाल को 'सोनार बांग्लाÓ बनाने का प्रस्तुत किया जाएगा रोडमैप
अनिर्बाण ने कहा-'हमारे घोषणापत्र में केवल अल्पकालिक योजनाएं शामिल नहीं होंगी। यहां केवल फ्लाईओवर, यूनीवॢसटी बनाने की बात नहीं होगी। 2047 में देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे। हाथ में अभी 25 साल हैं। घोषणापत्र में इन 25 वर्षों में बंगाल को 'सोनार बांग्लाÓ बनाने की समग्र योजना दिखेगी। घोषणापत्र में जो भी हो, प्रदेश भाजपा चाहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मुंह से मतदाताओं को संदेश दिया जाए। भाजपा के लिए मोदी-शाह ही 'चेहराÓ हैं इसलिए भाजपा को लगता है कि उनके मुंह से घोषणाएं जनता के लिए अधिक 'विश्वसनीयÓ होंगी। पीएम मोदी ने कुछ दिन पहले ही घोषणा की है कि यदि भाजपा सत्ता में आती है तो राज्य में 'किसान सम्मान निधिÓ प्रकल्प शुरू करने और बंगाल के किसानों को बकाया धन देने का निर्णय कैबिनेट की पहली बैठक में लिया जाएगा। दूसरी ओर अमित शाह ने घोषणा की है कि बंगाल में केंद्र की 'आयुष्मान भारतÓ योजना शुरू करने का निर्णय पहली कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा। अमित शाह ने पिछले गुरुवार को दक्षिण 24 परगना जिले के नामखाना में एक सार्वजनिक बैठक में कई बड़ी घोषणाएं कीं, जो व्यावहारिक रूप से भाजपा के घोषणापत्र का हिस्सा होंगी। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा बंगाल में सत्ता में आई तो राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग की शुरुआत की जाएगी। राज्य के मछुआरों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा।