Bengal Art Culture: बंगाल की कला-संस्कृति व मनीषियों से अपना जुड़ाव बरकरार रखना चाहती है भाजपा
राजा राममोहन राय ऋषि अरविंद और सत्यजित राय की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का किया जाएगा आयोजन।प्रधानमंत्री मोदी ने विधानसभा चुनाव से पहले ही राजा राममोहन राय की जयंती का पालन करने की घोषणा की थी। इसी तरह ऋषि अरविंद की 150वीं जयंती पर भी विविध कार्यक्रम आयोजित किया जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव में सूबे की कला-संस्कृति व मनीषियों का मुद्दा खूब उछला था। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा, दोनों ने इससे खुद का गहराई से जुड़ाव बताते हुए मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की थी। तृणमूल ने भाजपा को 'बाहरी' करार देते हुए कहा था कि उसे बंगाल की कला-संस्कृति व यहां के मनीषियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है तो दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर तमाम नेताओं ने चुनाव प्रचार में यहां की कला संस्कृति और मनीषियों का बखान किया था।
इसकी बदौलत चुनाव में भाजपा को सफलता नहीं मिल पाई लेकिन भगवा पार्टी बंगाल को लेकर अपनी भविष्य की रणनीति के मद्देनजर इससे अपने जुड़ाव को बरकरार रखना चाहती है इसलिए आने वाले समय में बंगाल के मनीषियों को लेकर विविध कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है।
भाजपा व केंद्र में उसकी अगुआई वाली सरकार राजा राममोहन राय, ऋषि अरविंद और सत्यजित राय को लेकर विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्र के 'जागृत भारत' मिशन के तहत राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती का बंगाल समेत विभिन्न राज्यों में पालन किया जाएगा। वहां राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। समस्त राज्यों के केंद्रीय पुस्तकालयों में 'राममोहन राय नॉलेज सेंटर' भी खोला जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव से पहले ही राजा राममोहन राय की जयंती का पालन करने की घोषणा की थी। इसी तरह ऋषि अरविंद की 150वीं जयंती पर भी विविध कार्यक्रम आयोजित किया जाएंगे। महान फिल्मकार सत्यजित राय को लेकर भी इसी तरह की योजना केंद्र सरकार ने तैयार की है।