भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा- पुलिस का डर दिखाकर तन्मय घोष को टीएमसी में कराया गया शामिल
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि अगले सप्ताह वह तन्मय घोष के खिलाफ विधानसभा स्पीकर से दल बदल कानून के तहत शिकायत करेंगे और उनकी विधानसभा सदस्यता खारिज करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि स्पीकर के पास पहले से ही मुकुल राय का मामला चल रहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तन्मय घोष के टीएमसी में शामिल होने पर विधानसभा में विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि पुलिस का भय दिखाकर उन्हें शामिल कराया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही विष्णुपुर नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन व पूर्व मंत्री श्यामापद मुखर्जी को गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, ऐसे में तृणमूल ने घोष को भय दिखाकर शामिल कराया है।
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि अगले सप्ताह वह तन्मय घोष के खिलाफ विधानसभा स्पीकर से दल बदल कानून के तहत शिकायत करेंगे और उनकी विधानसभा सदस्यता खारिज करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि स्पीकर के पास पहले से ही मुकुल राय का मामला चल रहा है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों में तृणमूल ने विपक्षी दलों के 50 विधायकों का दल बदल कराया है।
गौरतलब है कि बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। बांकुड़ा के विष्णुपुर से विधायक तन्मय घोष भाजपा छोड़कर सोमवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। इससे पहले वरिष्ठ नेता और विधायक मुकुल राय अपने बेटे शुभ्रांशु के साथ जून में भाजपा छोड़कर वापस तृणमूल में शामिल हो गए थे। मुकुल व घोष को लेकर चुनाव के बाद अब तक भाजपा के दो विधायक तृणमूल में शामिल हो चुके हैं।
कोलकाता स्थित तृणमूल भवन में विधायक तन्मय घोष ने राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु की मौजूदगी में टीएमसी का दामन थामा। घोष बंगाल चुनाव से कुछ दिन पहले मार्च में ही तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
वहीं, तृणमूल में घर वापसी करते ही घोष ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त है और केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करते बंगाल के लोगों के बीच अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि इसी कारण वह टीएमसी में शामिल हो गए।
उन्होंने ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए देश की सबसे जनप्रिय नेत्री बताया। साथ ही सभी से बंगाल के कल्याण के लिए टीएमसी में शामिल होने का आग्रह किया और कहा कि ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है।