मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर सुवेंदु अधिकारी का पलटवार, कहा- पीएम मोदी की बैठक को हाईजैक करना चाहती थीं ममता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना महामारी को लेकर जिला अधिकारियों की बुलाई गई बैठक में बोलने का मौका नहीं देने को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तल्ख टिप्पणी की है। उसपर बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने पलटवार किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना महामारी को लेकर जिला अधिकारियों की बुलाई गई बैठक में बोलने का मौका नहीं देने को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तल्ख टिप्पणी की है। उसपर बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने पलटवार करते हुए कहा कि ममता हर विषय को राजनीतिकरण करने में व्यस्त हैं, जबकि वह पीएम द्वाार बुलाई गई मुख्यमंत्रियों की पिछली बैठकों में शामिल होने में विफल रहीं। यही नहीं सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी पीएम मोदी की गुरुवार को हुई बैठक को हाईजैक करना चाहती थीं।
सुवेंदु ने ममता के बयान के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट कर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा कि आज हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर प्रशासन के प्रति अपनी पूरी उदासीनता दिखाई है। अपनी शैली के अनुरूप उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिला अधिकारियों के साथ हुई बैठक का राजनीतिकरण किया है, जिसमें कोविड -19 से लड़ने के लिए चर्चा की जा रही थी। सभी को पता है पीएम मोदी ने पिछले कुछ महीनों में मुख्यमंत्रियों के साथ कई बैठकें की हैं, ममता ने कितनी बैठकों में भाग लिया? शून्य!
दरअसल ममता ने बैठक के बाद कहा कि पीएम-डीएम की बैठक में उन्हें अपमानित किया गया। इसी पर सुवेंदु ने कहा कि खुद तो अपने अधिकारियों के साथ ममता एक भी मीटिंग नहीं कर सकी और दूसरों की मीटिंग को हाईजैक करना चाहती थीं। उन्होंने कहा कि अब आरोप लगा रही हैं कि उनको बोलने का चांस नहीं दिया गया। पीएम की मीटिंग में सात जिलों के अधिकारियों ने बात किया जिसमें पांच गैर भाजपा शासित राज्यों छत्तीसगढ़, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान और आंध्र प्रदेश के थे। सहकारी संघवाद सीएम ममता बनर्जी के विपरीत पीएम नरेंद्र मोदी की दृढ़ प्रतिबद्धता है, जो केवल टकराव वाले संघवाद में विश्वास करती हैं।