Assambly Election: भाजपा का नया नारा 'बदला भी और बदलाव भी होगा' नए नारे के साथ तृणमूल पर हमला
34 वर्षों के वामपंथी शासन को हटाने के लिए वर्ष 2011 में तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने नारा दिया था कि ‘बदला नहीं बदल चाही’।
राज्य ब्यूरो,कोलकाता: 34 वर्षों के वामपंथी शासन को हटाने के लिए वर्ष 2011 में तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने नारा दिया था कि ‘बदला नहीं, बदलाव चाहिए’। अब 2021 के विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा ने दस वर्षों से सत्ता पर काबिज तृणमूल को हटाने के लिए ‘बदला भी होगा और बदलाव भी होगा’ का नारा दिया है। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष के फेसबुक पेज व भाजपा के मीडिया वाट्सएप में फोटो पोस्ट किया गया है, जिसमें पश्चिम बंगाल का नक्शा के साथ घोष की तस्वीर है और उस तस्वीर के पास बांग्ला में लिखा हुआ है ‘बदलाउ होबे, बदलउ होबे’( बदला भी होगा, बदलाव भी होगा)।
घोष के इस पोस्ट से राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा है। ज्ञात हो कि पिछले दिनों पश्चिम मेदिनीपुर के दांतन में भाजपा कार्यकर्ता पवन जाना की मौत हो गई थी। भाजपा का आरोप है कि उसकी हत्या की गई है। प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विश्वप्रिय रायचौधरी ने कहा कि अभी तक भाजपा के 105 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है। इस विकट परिस्थिति में जब कोरोना महामारी फैली हुई है। चीन के विश्वासघात से पूरा देश आक्रोषित है। वैसी स्थिति में भी तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक हिंसा से परहेज नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा किसी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करती है, लेकिन यदि हम पर कोई हमला करता है, तो उसे छोड़ेंगे नहीं। भाजपा शांति पर विश्वास करती है और राजनीतिक हिंसा के सख्त खिलाफ है, लेकिन यदि कोई भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं को कमजोर समझता है, तो उसे अपने भ्रम को समाप्त कर लेना चाहिए।