मुकुल राय को पीएसी का अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ भाजपा कर रखा है मुकदमा, अब शुक्रवार को होगी सुनवाई
भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले मुकुल राय को विधानसभा में लोक लेखा समिति(पीएसी) का अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर मुकदमा पर बुधवार को सुनवाई होनी थी। मुकुल राय ने बीमारी के चलते हाईकोर्ट से मांगा समयअब शुक्रवार को होगी सुनवाई
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले मुकुल राय को विधानसभा में लोक लेखा समिति(पीएसी) का अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर मुकदमा पर बुधवार को सुनवाई होनी थी। परंतु, मुकुल के बीमार होने की बात कह उनके अधिवक्ता ने हाई कोर्ट से सुनवाई के लिए समय मांगा। उनके अधिवक्ता ने मामले पर सुनवाई चार सप्ताह के लिए स्थगित रखने की कोर्ट से गुहार लगाई, जिसका याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने विरोध किया। इस पर प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता से हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल ने पूछा कि राय ने इतना लंबा समय क्यों मांगा है?
इस पर उनके अधिवक्ता ने कहा कि पीएसी अध्यक्ष बीमार हैं, इसलिए उनकी ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है। कोर्ट ने कहा कि इतना लंबा समय नहीं दिया जा सकता। इसके बाद कोर्ट ने आगामी शुक्रवार यानी 10 सितंबर को सुनवाई का दिन मुकर्रर कर दिया।
पीएसी के अध्यक्ष पद पर आमतौर पर विपक्षी दल के विधायक को नियुक्त करने की परंपरा रही है। परंतु, पिछले दो टर्म से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी विधायक को अपनी पार्टी में शामिल कर उसे इस पद पर बैठा दे रहे हैं। इससे पहले 2016 में मानस भुइयां को कांग्रेस से तोड़कर पीएसी अध्यक्ष बना दिया गया था।