बंगाल चुनाव में सुरक्षा बलों की तैनाती में केंद्रीय पर्यवक्षकों का फैसला अंतिम हो : भाजपा
भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को आगामी बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी मांगों की सूची के साथ दिल्ली में केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे गुजारिश की कि राज्य में चुनावों के दौरान सुरक्षा बलों की तैनाती का अंतिम अधिकार केंद्रीय पर्यवेक्षकों को हो।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को आगामी बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी मांगों की सूची के साथ दिल्ली में केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे गुजारिश की कि राज्य में चुनावों के दौरान सुरक्षा बलों की तैनाती का अंतिम अधिकार केंद्रीय पर्यवेक्षकों को हो।
मुलाकात के बाद राज्यसभा सदस्य और भाजपा नेता स्वपन दासगुप्ता ने कहा कि प्रतिनिधमंडल ने दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डाक मत पत्र से मत देने संबंधी प्रावधान के दुरुपयोग को लेकर भी आयोग को अपनी चिंताओं से अवगत कराया और कहा कि ऐसे लोगों के लिए मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था की जा सकती है। निर्वाचन आयोग पिछले साल कोविड-19 महामारी के मद्देनजर इस प्रकार की व्यवस्था कर चुका है।
बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए दासगुप्ता ने कहा कि पक्षपातपूर्ण राज्य प्रशासन इन प्रावधानों का दुरुपयोग कर सकता है। भाजपा नेताओं ने साथ ही आयोग से कई चरणों में मतदान कराने के साथ सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर काम करने वाले अधिकारियों को हटाने की भी मांग की। भाजपा के इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने किया जिसमें दासगुप्ता के अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष सहित कुछ अन्य नेता शामिल थे। बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं।