राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य में एक और बहुत बड़ा स्कैंडल हुआ है जिसका नाम है एम्फन स्कैंडल। भाजपा का कहना है कि सरकार ने चक्रवात एम्फन के दौरान टूटे लाखों पेड़ों को करोड़ों रुपए में बेच दिया है और इसका कोई हिसाब नहीं है। भाजपा ने सरकार से चक्रवात के दौरान टूटे पेड़ों का कुल हिसाब मांगा है। शुक्रवार को कोलकाता में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने राज्य सरकार पर यह सनसनीखेज आरोप लगाया। संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को चक्रवात के दौरान एक और घोटाला करने का मौका मिल गया।
दरअसल चक्रवात एम्फन के दौरान राज्य में लाखों पेड़ उखड़ गए, टूट गए और प्रशासन की ओर से सभी पेड़ों को इकट्ठा किया गया है, लेकिन इसका कोई हिसाब-किताब नहीं पता चल रहा है। सरकार ने इन लकड़ियों का क्या किया उसे बताना होगा। राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि सरकार ने इन पेड़ों की लकड़ियों को करोड़ों रुपए में बेच दिया है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार बात बात में कहती है कि यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। अगर सब केंद्र सरकार की ही जिम्मेदारी है तो उसे सत्ता में भी रहने का कोई हक नहीं है। ममता बनर्जी सत्ता छोड़ कर चली जाएं और उसे केंद्र को सौंप दें।
दूसरी ओर शुक्रवार को भाजपा के महासचिव व प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाते हुए कहा कि एम्फन तूफान से मुकाबले के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी गई राशि का तृणमूल सरकार और उनके लोग दुरुपयोग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी जवाबदेही का निर्वहन करने में पूरी तरह से विफल हैं। तूफान एम्फन से बंगाल के करोड़ों लोग प्रभावित हुए हैं और अब राहत सामग्री वितरण में तृणमूल सरकार पर राजनीति करने के आरोप लग रहे हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि जो वास्तव में चक्रवात से प्रभावित व पीड़ित हुए हैं, उन तक आनाज भी नहीं पहुंचा है और राशि भी नहीं पहुंची है। तृणमूल के लोग आपस में बंदरबाट करके केंद्र के पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं।
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