बंगाल बॉर्डर के रास्ते की जा रही थी पक्षियों की तस्करी, बीएसएफ ने सीमा पर 32 वन्य पक्षियों को पकड़ा
बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी के दौरान 32 वन्य पक्षियों को पकड़ा सीमावर्ती उत्तर 24 परगना जिले के रास्ते बांग्लादेश में की जा रही थी पक्षियों की तस्करी।हाल के दिनों में दक्षिण बंगाल बॉर्डर के रास्ते पक्षियों की तस्करी की घटनाएं काफी बढ़ गई है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए 32 वन्यजीव पक्षियों को जब्त किया है। बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि इन पक्षियों को उस वक्त तस्करी से बचाया गया जब उत्तर 24 परगना में बीएसएफ की सीमा चौकी पीपली, 158वीं वाहिनी के क्षेत्र से अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करा कर बांग्लादेश ले जाने का प्रयास किया जा रहा था।
बयान के मुताबिक, सात दिसंबर की रात लगभग 10:30 बजे खुफिया जानकारी के आधार पर सीमा चौकी पीपली, 158वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवान सीमा पर पेट्रोलिंग ड्यूटी कर रहे थे। उसी समय सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने वहां पर कुछ संदिध व्यक्तियों की हरकत देखी, जो कि अपने साथ पक्षियों का पिंजरा लिए भारत की तरफ बढ़ रहे थे। जवानों ने उन्हें चुनौती दी और पकड़ने की कोशिश की परंतु वे लोग भागने में सफल रहे। इलाके की तलाशी लेने पर वहां से दो पिंजरे मिले जिसमें से 32 वन्यपक्षी बरामद किया गया।
बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए पकड़े गए वन्य पक्षियों को डायरेक्टर जूलॉजिकल गार्डन, अलीपुर, कोलकाता को सौंपा दिया है। इधर, 158वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने अपने जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप वन्य पक्षियों को पकड़ा है।
उन्होंने कहा कि यह केवल उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर प्रदर्शित की गई सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने आगे कहा कि आइजी, दक्षिण बंगाल सीमांत, बीएसएफ द्वारा शुरू किए गए अभियान के तहत सीमा पर होने वाले अपराधों के लिए जीरो टॉलरेंस के संकल्प को पूरा करने के लिए उनके जवान पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में दक्षिण बंगाल बॉर्डर के रास्ते पक्षियों की तस्करी की घटनाएं काफी बढ़ गई है। हालांकि बीएसएफ के जवान लगातार तस्करों के मंसूबों को विफल कर रहे हैं।