Bhabanipur by election: ममता का भाजपा पर बड़ा आरोप, कहा- नंदीग्राम के बाद भवानीपुर को कहा जा रहा पाकिस्तान
बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर समेत तीन विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव के मद्देनजर सियासी आरोप- प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। अब चुनाव प्रचार में फिर पाकिस्तान तक की एंट्री हो गई है। मस्जिद व गुरुद्वारे के बाद अब मंदिर जाकर ममता ने की पूजा अर्चना
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर समेत तीन विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव के मद्देनजर सियासी आरोप- प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। अब चुनाव प्रचार में फिर पाकिस्तान तक की एंट्री हो गई है। भवानीपुर से उपचुनाव लड़ रहीं बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गुरुवार को हिंदी भाषी वोटरों को साधने के लिए अपने क्षेत्र के उत्तम उद्यान में हिंदी भाषियों के साथ बैठक की और इस दौरान भाजपा के खिलाफ जमकर हुंकार भरीं।
ममता ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम को पाकिस्तान कहा जा रहा था, अब भवानीपुर को पाकिस्तान कहा जा रहा है। लेकिन हमारा हिंदुस्तान सबसे अच्छा है। उन्होंने कहा कि ऐसी शक्तियों के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। वह लड़ती रहेंगी और हिंदुस्तान और बंगाल की रक्षा करेंगी। उन्होंने भाजपा व केंद्र पर एक बार फिर देश की सरकारी संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाया और कहा कि इसके खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
ममता ने कोरोना से लड़ाई में विफलता को लेकर भी भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के शासन में कोरोना से मारे गए लोगों के शवों को किस तरह गंगा में प्रवाहित कर दिया गया, यह सभी ने देखा है। यहां बैठक के बाद ममता भवानीपुर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंचीं और वहां पूजा-अर्चना कीं एवं आशीर्वाद मांगा। उसके बाद दोल मंदिर जाकर भी ममता ने पूजा की और प्रसाद वितरण भी किया। बता दें कि एक दिन पहले ममता भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के एक गुरुद्वारे में गई थी और उससे पहले सोमवार को एक मस्जिद में गईं थी।
'बंगाल में कोई भेदभाव नहीं'
इधर, मंदिर में पूजा- अर्चना के बाद ममता ने कहा, मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। मैं गुरुद्वारा भी जाती हूं, मंदिर भी जाती हूं। जैन गुरु के पास भी गई हैं। मैंने छठ पूजा के लिए दो दिन का अवकाश दिया है। मायापुर पर्यटन केंद्र बन रहा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा के जो भी लोग बंगाल में रह रहे हैं, वे सभी बंगाली हैं।सभी एक साथ रह रहे हैं। यहां कोई भी भेदभाव नहीं है। ममता ने कहा कि मैं आपके घर की हूं। आप शांति से रहें। अच्छे से रहे। मैं चाहती हूं कि सभी वोट दें। मैं बंगाल और हिंदुस्तान की रक्षा के लिए लड़ती रहूंगी। ममता ने इस दौरान हिंदी भाषी समुदाय के लोगों से जीत के लिए आशीर्वाद मांगा।
भवानीपुर में 40 फीसद हैं गैर बांग्ला भाषी मतदाता
बता दें कि ममता बनर्जी की नजर भवानीपुर के हिंदीभाषी मतदाताओं पर है। इस क्षेत्र में लगभग 40 फीसद मतदाता गुजराती, मारवाड़ी, सिख और बिहार- यूपी, हरियाणा व अन्य राज्यों के रहने वाले हैं। इसके अलावा यहां लगभग 20 फीसद मुसलमान हैं और बाकी 40 फीसद बंगाली हैं। हिंदीभाषी मतदाताओं से सीधे बात करके ममता ने उनका दिल जीतने की कोशिश की। इससे पहले बंगाल चुनाव के दौरान ममता ने बाहरी का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। बता दें कि भवानीपुर सीट पर 30 सितंबर को चुनाव होने हैं और मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ममता के लिए यह चुनाव जीतना बहुत जरूरी है।