Bengal Violence: हिंसा पर तृणमूल का पलटवार, कहा-बंगाल ने मोदी को किया रिजेक्ट, टीम नहीं, भेजे वैक्सीन
बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से सूबे में लगातार हिंसा हो रही है और चौदह से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या का भाजपा ने आरोप तृणमूल पर लगाया है। इसे लेकर अब केंद्र सरकार और राज्य सरकार आमने सामने आ गई है।
राज्य ब्यूरो,कोलकाताः बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से सूबे में लगातार हिंसा हो रही है और चौदह से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या का भाजपा ने आरोप तृणमूल पर लगाया है। इसे लेकर अब केंद्र सरकार और राज्य सरकार आमने सामने आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम बंगाल भेजी है। यह टीम हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेगा और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगी। गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में यह टीम अपनी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपेगी। यह टीम कोलकाता पहुंचने के बाद डीजी और गृह सचिव के साथ बैठक की।
दूसरी ओर, पूर्व मंत्री और कोलकाता नगर निगम के प्रशासक फिरहाद हकीम ने कहा कि नाच ना जाने, तो आंगन टेढ़ा. केंद्रीय दल उस समय कहां थे, जब दिल्ली दंगा में 52 लोग मारे गए थे। भाजपा का उकसावा और बदले की हुंकार के कारण यह सब कर रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने नंदीग्राम, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी में हमला किया है और उसकी मृत्यु हुई है। सीएम के पदग्रहण किए हुए अभी 24 घंटे भी नहीं हुआ है और टीम भेजना शुरू कर दिया है। बंगाल में अत्याचार नहीं होता है।
ममता बनर्जी ने सख्ती से हिंसा का मुकाबला करना शुरू कर दिया है। फिरहाद हकीम ने कहा कि बार-बार टीम भेजने से कुछ नहीं होगा। बंगाल को केंद्रीय दल की जरूरत नहीं है, वरन वैक्सीन की जरूरत है। बंगाल की जनता ने मोदी को रिजेक्ट किया है। कोरोना महामारी को संभालने में असफलता के कारण ही टीम भेज कर लोगों का ध्यान घूमाने की कोशिश की जा रही है। यह टीम चाय पीने और बातचीत करने आई है।