Bengal Politics: उपचुनाव करवा कर खाली मैदान में गोल करना चाहती है तृणमूल : भाजपा
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस खाली मैदान में गोल करना चाहती है इसीलिए वह जल्दबाजी में उपचुनाव की मांग कर रही है। भट्टाचार्य ने निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल तो स्वाभाविक रूप से जल्द से जल्द उपचुनाव चाहेगी
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा निर्वाचन आयोग से विभिन्न विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जाने की मांग के तुरंत बाद बुधवार को भाजपा ने जबरदस्त कटाक्ष किया है। प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस खाली मैदान में गोल करना चाहती है, इसीलिए वह जल्दबाजी में उपचुनाव की मांग कर रही है।
भट्टाचार्य ने निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल तो स्वाभाविक रूप से जल्द से जल्द उपचुनाव चाहेगी क्योंकि उसने हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं को घर छोड़ने पर मजबूर कर रखा है। हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव के दौरान जहां भी भाजपा प्रत्याशी ने लीड किया है वहां तृणमूल के गुंडों की ओर से आक्रमण चलाया गया। अभी भी हजारों कार्यकर्ता अपने घर छोड़ कर भागे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस अभूतपूर्व परिस्थिति में मुख्यमंत्री ने जल्द से जल्द उपचुनाव कराने की मांग की है, इसके पीछे एकमात्र कारण है कि वह खाली मैदान में गोल करना चाहती हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अभी भी कोविड का संक्रमण कई जगह है, ऐसे में हम समझते हैं कि चुनाव आयोग सोच समझकर ही इस बारे में कोई फैसला लेगा। इसके साथ ही भट्टाचार्य ने ममता सरकार को प्रशासन के राजनीतिकरण को लेकर भी घेरा। साथ ही उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी के बयान की आलोचना करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हमलोग लगातार यह आरोप लगाते रहे हैं कि बंगाल में प्रशासन का संपूर्ण राजनीतिकरण किया गया है।
बुधवार को कोरोना के संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बोलने से पहले मुख्य सचिव द्वारा दिए गए बयान पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी जो भाषा बोल रहे हैं वह पूरी तरह से राजनीतिक था। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्य सचिव के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि आठ चरणों में चुनाव कराए जाने के कारण कोरोना फैला।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस दिन को कोरोना की दूसरी लहर के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। ममता ने कहा कि चुनाव के दौरान कोरोना के मामले में उछाल आ गया था। सब जानते हैं कि आठ चरणों में चुनाव कराए गए। हम लगातार मांग करते रहे कि चुनाव को एक चरण में कर दिया जाए, लेकिन हमारी बात किसी ने नहीं सुनीं। एक चरण में चुनाव कराने से समस्याएं कम होतीं।