Bengal Politics: दलबदलू नेताओं का असली चेहरा, तृणमूल ने नहीं दी अहमियत तो फिर भाजपा से उमड़ा राजीब बनर्जी का प्रेम
Bengal Politicsआगामी 29 जून को कोलकाता में भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक होनी है। उसमें राजीब बनर्जी को भी आमंत्रित किया जाएगा। इस बार के बंगाल विधानसभा चुनाव ने दलबदलू नेताओं का असली चेहरा उजागर कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। इस बार के बंगाल विधानसभा चुनाव ने दलबदलू नेताओं का असली चेहरा उजागर कर दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले राज्य के पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी ने चुनाव में भाजपा की शिकस्त के बाद तृणमूल कांग्रेस की प्रशंसा शुरू कर दी थी। लेकिन तृणमूल ने जब उन्हें अहमियत नहीं दी तो एक बार फिर भाजपा के प्रति उनका प्रेम उमड़ता दिख रहा है। शनिवार को वह दो पत्र प्रदेश भाजपा नेतृत्व के पास भेजे हैं। इसमें उन्होंने बताया है कि वह पार्टी के कार्य को ही कर रहे हैं। इसके पहले वह तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष से मुलाकात की थी। पार्टी के महासचिव और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के घर जाकर भी उनसे भेंट की थी। इसके बाद तृणम में वापसी की अटकलें तेज थीं।
अब उन्होंने भाजपा को दो पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि उनके इलाके डोमजूर में चुनाव बाद हिंसा के शिकार कई लोग अभी भी घर से लापता हैं। उनकी पूरी सूची भेजी गई है। उन्हें घर लौटाने के लिए भाजपा नेतृत्व की मदद उन्होंने मांगी है। उन्होंने पहली चिट्ठी राज्य के महासचिव अमिताभ चक्रवर्ती को और दूसरी सह सचिव प्रताप बनर्जी को लिखी है।
माना जा रहा है कि इसके जरिए उन्होंने एक बार फिर पार्टी नेतृत्व को यह संकेत देने की कोशिश की है कि वह पार्टी से दूर नहीं होना चाहते हैं। इधर भाजपा सूत्रों ने भी बताया है कि आगामी 29 जून को कोलकाता में भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक होनी है। उसमें राजीब बनर्जी को भी आमंत्रित किया जाएगा।