Bengal Politics: राज्यपाल धनखड़ ने खुद पर लगे भाई-भतीजावाद के आरोप का किया खंडन
नदिया जिले की कृष्णानगर सीट से तृणमूल सांसद ने दावा किया है कि राज्यपाल ने अपने परिवार के छह सदस्यों व करीबी रिश्तेदारों की ओएसडी पद पर नियुक्ति की है।राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा उन पर लगाए गए भाई-भतीजावाद के आरोप का खंडन किया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा उन पर लगाए गए भाई-भतीजावाद के आरोप का खंडन किया है। राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा-'मेरे व्यक्तिगत कर्मचारियों के तौर पर जिन ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) की नियुक्तियां की गई हैं, उनमें से कोई भी मेरे परिवार का करीबी नहीं है। वे तीन भिन्न राज्यों से हैं और चार भिन्न जातियों से ताल्लुक रखते हैं।उनमें से चार मेरी जाति से भी नहीं हैं और न ही मेरे राज्य से हैं।
गौरतलब है कि नदिया जिले की कृष्णानगर सीट से तृणमूल सांसद ने दावा किया है कि राज्यपाल ने अपने परिवार के छह सदस्यों व करीबी रिश्तेदारों की ओएसडी पद पर नियुक्ति की है। महुआ ने उन लोगों के नाम भी बताए हैं, साथ ही उनके राज्यपाल के साथ संबंध का भी उल्लेख किया है।
महुआ ने राज्यपाल को 'अंकलजी' कहकर उनपर तंज भी कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा-'अनुदय सिंह शेखावत राज्यपाल के साले के बेटे हैं जबकि किशन धनखड़ उनके करीबी रिश्तेदार हैं। उन्होंने चार और नामों का उल्लेख किया है। महुआ ने कहा कि राज्यपाल ने राजभवन में अपना पूरा गांव बसा रखा है और सरकारी रुपये से उनका भरण-पोषण कर रहे हैं।
राज्यपाल राजभवन में बैठकर सुबह से शाम तक राज्य सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ बोलते रहते हैं। वे पहलेआइने में खुद को देखें कि राज्यपाल के पद को वे कितना नीचे ले आए हैं। यह बंगाल के लिए बेहद शर्म की बात है।