भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- बंगाल पुलिस को अगले विधानसभा चुनावों से दूर रखा जाए
पश्चिम बंगाल के प्रभारी महासचिव हैं भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय जहां अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इन चुनावों में भाजपा के सामने ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का गढ़ भेदने की चुनौती है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग से गुजारिश की है कि बंगाल पुलिस को अगले विधानसभा चुनावों से दूर रखा जाए। विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के प्रभारी महासचिव हैं जहां अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इन चुनावों में भाजपा के सामने ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का गढ़ भेदने की चुनौती है।
विजयवर्गीय ने कहा, 'बंगाल में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। वहां घुसपैठिए आ रहे हैं। अब तो वहां राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुपारी किलिंग भी शुरू हो गई है।' उन्होंने कहा, 'इन चुनौतीपूर्ण हालात के मद्देनजर हमने केंद्र सरकार से कहा है कि या तो बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए या निर्वाचन आयोग सुनिश्चित करे कि (अगले विधानसभा चुनावों में) वहां के लोग निर्भीक होकर मतदान कर सकें।'
विजयवर्गीय ने कहा कि पिछले दिनों चुनाव आयोग के प्रतिनिधि कोलकाता आए थे। उन्होंने वादा किया है कि वे अगले विधानसभा चुनावों के दौरान केंद्रीय बलों की पर्याप्त तैनाती करेंगे, लेकिन हमने उनसे एक और मांग की है कि राज्य पुलिस को चुनाव प्रक्रिया से दूर रखा जाए क्योंकि वहां पुलिस के राजनीतिकरण के साथ ही पुलिस का अपराधीकरण भी हो गया है।
'बंगाल में 50 फीसद वोट के लक्ष्य के साथ उतरेगी भाजपा'
उन्होंने कहा कि बंगाल में भाजपा 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल करने के लक्ष्य के साथ अपने दम पर अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी और इस पूर्वी सूबे में पार्टी को किसी अन्य दल के चुनावी सहयोग की जरूरत नहीं है।