भाजपा के भाजपा के निशिथ प्रमाणिक व जगन्नाथ सरकार ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, सांसद पद नहीं छोड़ेंगे
भाजपा के निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल दोनों सांसद पद नहीं छोड़ेंगे। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने यह निर्णय लिया है। निशिथ प्रमाणिक बंगाल विधानसभा चुनाव में दिनहाटा और जगन्नाथ सरकार शांतिपुर सीट से निर्वाचित हुए हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा के निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल दोनों सांसद पद नहीं छोड़ेंगे। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने यह निर्णय लिया है। निशिथ प्रमाणिक बंगाल विधानसभा चुनाव में दिनहाटा और जगन्नाथ सरकार शांतिपुर सीट से निर्वाचित हुए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत शनिवार को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में बंगाल इकाई के नेताओं के साथ दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक की थी, जिसमें यह निर्णय लिया गया।
इसका मतलब यह है कि इन दोनों सीटों पर फिर से उपचुनाव होगा। सूत्रों से पता चला है कि भाजपा ने उपचुनाव की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। भाजपा ने हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव में अपने चार सांसदों को उम्मीदवार बनाया था, जिनमें से बाबुल सुप्रियो और लॉकेट छत्तर्जी को हार का सामना करना पड़ा जबकि निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार ने जीत हासिल की। निशिथ प्रमाणिक ने तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार उदयन गुहा को महज 59 वोटों से हराया था जबकि जगन्नाथ सरकार ने 15,878 वोटों से जीत हासिल की थी।
भाजपा के कुल 77 उम्मीदवार चुनाव जीते, जिनमें से अधिकतर ने विधानसभा आकर शपथ ले ली है लेकिन निशिथ प्रामाणिक व जगन्नाथ सरकार ने शपथ नहीं ली थी। उन्होंने कहा था कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व उन्हें लेकर जो भी फैसला करेगा, वह उन्हें मंजूर होगा। बंगाल भाजपा के एक शीर्ष नेता ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने निर्णय ले लिया है और दोनों सांसदों को इस बाबत सूचित कर दिया गया है। इसके बाद ही दोनों सांसदों ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया।
गौरतलब है कि नियमों के मुताबिक विधायक पद की शपथ लेने पर इन दोनों को अगले दो हफ्तों के भीतर सांसद पद से इस्तीफा देना पड़ता। इन दोनों के विधायक पद छोड़ने पर अब वहां उपचुनाव होंगे। इसके अलावा खड़दह सीट पर भी उपचुनाव होगा, जहां विजयी रहे तृणमूल उम्मीदवार काजल सिन्हा की कोरोना से मौत हो गई थी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी अगले छह महीने के अंदर किसी एक विधानसभा सीट से निर्वाचित होना होगा। नंदीग्राम में वे सुवेंदु अधिकारी से हार गई थीं।