West Bengal Assembly Election 2021: चुनावी व्यवस्था को लेकर आयोग के पत्र का बंगाल सरकार ने दिया जवाब
West Bengal Assembly Election 2021 बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब की तरफ से लिखे गए उस पत्र का राज्य के गृह सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने जवाब दिया है। बंगाल चुनाव को लेकर हेलीकॉप्टरों को स्टैंडबाई रखना होगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal Assembly Election 2021: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के संपन्न होने के बाद चुनाव आयोग का ध्यान अब बंगाल पर है। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। उस बाबत कितने केंद्रीय बल की जरूरत पड़ेगी, कितने हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस की व्यवस्था करनी पड़ेगी। इन तमाम चीजों की जानकारी के लिए चुनाव आयोग की तरफ से राज्य सरकार को पत्र लिखा गया था। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब की तरफ से लिखे गए उस पत्र का राज्य के गृह सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने जवाब दिया है। राज्य सचिवालय नवाज सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि 2016 के विधानसभा चुनाव व 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के समय बंगाल में जितनी तादाद में केंद्रीय बल की तैनाती की गई थी, इस बार भी उतनी की ही जरूरत पड़ेगी।
हेलीकॉप्टरों को स्टैंडबाई रखना होगा। इसी तरह कोरोना के हालात को देखते हुए इस बार ज्यादा संख्या में एंबुलेंस की व्यवस्था करनी होगी। चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बंगाल में अगले विधानसभा चुनाव में पिछले चुनाव की तुलना में अधिक संख्या में केंद्रीय बल की तैनाती की जा सकती है। चुनाव आयोग नहीं चाहता कि बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर उसपर किसी तरह का सवाल उठे, इसलिए वह अभी से ही बेहद सक्रिय होकर तैयारियों में जुट गया है। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बंगाल में होने वाला विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। भाजपा तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने को आतुर है, वहीं तृणमूल कांग्रेस भी लगातार तीसरी बार बंगाल फतह करने के लिए जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई है।
गौरतलब है कि उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के जयगांव में गुरवार को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष दिलीप घोषष के काफिले पर हमला किया गया था। दूसरी ओर, पूर्व मेदिनीपुर जिले में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। दोनों ही घटनाओं में तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी की संलिप्तता से साफ इनकार किया था।