नेताजी की 125वीं जयंती वर्ष मनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनी उच्चस्तरीय कमेटी, बंगाल को विशेष तरजीह
नेताजी की 125वीं जयंती बंगाल से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित सौरव गांगुली मिथुन चक्रवर्ती समेत कई प्रमुख लोगों को दिया गया स्थान कमेटी में पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का भी नाम तृणमूल नेताओं को भी कमेटी में मिली जगह
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष पर कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाई गई है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि यह कमेटी 23 जनवरी 2020 को नेताजी की जयंती से सालभर चलने वाले कार्यक्रमों से संबंधित गतिविधियों पर फैसला लेगी।
इस कमेटी में प्रख्यात नागरिकों, राजनीतिज्ञों, इतिहासकारों, लेखकों, विशेषज्ञों, सुभाषचंद्र बोस के परिवार के सदस्यों, आजाद-हिंद फौज से जुड़े प्रमुख लोगों से लेकर खेल व सिनेमा से जुड़े हस्तियों को भी शामिल किया गया है। वहीं, इस कमेटी में बंगाल को विशेष तरजीह दी गई है। कमेटी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल जगदीप धनखड़ समेत कई प्रमुख लोगों को शामिल किया गया है।
वहीं, कई चौकाने वाले नाम में भी इसमें शामिल हैं जिसमें बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री व वयोवृद्ध वामपंथी नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य के अलावा पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती व हाल में तृणमूल से भाजपा में शामिल होने वाले सुवेंदु अधिकारी व अन्य हैं। कमेटी में बंगाल से भाजपा के अधिकतर सांसदों, सभी केंद्रीय मंत्रियों और प्रमुख नेताओं के अलावा तृणमूल व कांग्रेस नेताओं को भी जगह दी गई है। इसके अलावा देश के पूर्व सेना प्रमुख जनरल शंकर राय चौधरी एवं पूर्व वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल अरूप राह को भी इसमें शामिल किया गया है। दोनों पूर्व शीर्ष सैन्य अधिकारी भी बंगाल से आते हैं।
इधर, कमेटी में बंगाल से विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों को शामिल करने को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें साधने के लिए यह कदम उठाया है। दरअसल, यह कमेटी दिल्ली, कोलकाता सहित नेताजी तथा आजाद हिंद फौज से जुड़े स्थानों के साथ विदेशों में भी कार्यक्रमों का मार्गदर्शन करेगी। सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती समारोह के कार्यक्रम कोलकाता, दिल्ली के साथ-साथ देश-विदेश में उन सभी स्थानों पर होंगे, जो बोस और आजाद हिंद फौज से संबंधित हैं।
23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल से कार्यक्रम का शुभारंग करेंगे पीएम
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेताजी की 125वीं जयंती समारोह पर कार्यक्रमों की शुरुआत 23 जनवरी को कोलकाता के ऐतिहासिक विक्टोरिया मेमोरियल हॉल से करेंगे। कोविड के बीच पीएम मोदी का यह पहला कोलकाता दौरा होगा।
बंगाल से कमेटी में शामिल किए गए विशिष्ट लोग
केंद्र द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी में बंगाल से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, केंद्रीय महिला व शिशु कल्याण राज्यमंत्री देवश्री चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, पूर्व सांसद सत्यब्रत मुखर्जी, पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी, भाजपा के सांसदों में स्वपन दासगुप्ता, रूपा गांगुली, राजू बिष्ट, सुनील मंडल, जगन्नाथ सरकार, जयंत कुमार राय, सौमित्र खां, खगेन मुर्मु, दिलीप घोष, ज्योॢतमय सिंह महतो के अलावा सुभाष चंद्र बोस के परिवार से उनकी पुत्री अनिता बोस, भतीजी अर्धेंदु बोस, पपौत्र व भाजपा नेता चंद्र कुमार बोस, प्रपौत्री रेणुका मालाकार, इतिहासकार पूर्वी राय, लेखिका अनिर्बान गांगुली, पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व खिलाड़ी सुब्रत भट्टाचार्य, पूर्व सेना प्रमुख जनरल शंकर राय चौधरी, पूर्व वायुसेना अध्यक्ष अरूप राहा, विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती, रामकृष्ण मठ व रामकृष्ण मिशन के महासचिव स्वामी सुविरानंद, अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, फिल्म निर्देशक कौशिक गांगुली हैं।
देश नायक दिवस के रूप में राज्य सरकार मनाएगी नेताजी जयंती
इधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 23 जनवरी (नेताजी जयंती ) पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की है। इस दिन को बंगाल सरकार देशनायक दिवस के रूप में मनाएगी। इसकी ममता ने पहले ही घोषणा कर चुकी है। इस दिन कोलकाता में सायरन बजेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों से अपने घरों में शंख बजाने का आह्वान किया है। इस दिन दोपहर 12 बजे श्यामाबाजार पांचमाथा मोड़ से मेयो रोड स्थित नेताजी की मूर्ति तक विशाल जुलूस निकाला जाएगा।