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Bengal flood: बारिश और भूस्खलन से मची तबाही के बीच 25 को उत्तर बंगाल के दौरे पर जाएंगी ममता बनर्जी

उत्तर बंगाल में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद मची तबाही के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नुकसान का जायजा लेने के लिए 25 अक्टूबर को वहां के तीन दिवसीय दौरे पर जाएंगी।इस दौरे में ममता हालात का जायजा लेने के साथ सिलीगुड़ी और कर्सियांग में प्रशासनिक बैठक भी करेंगी।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 06:57 PM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 06:57 PM (IST)
Bengal flood: बारिश और भूस्खलन से मची तबाही के बीच 25 को उत्तर बंगाल के दौरे पर जाएंगी ममता बनर्जी
तीन दिनों का होगा दौरा, हालत का जायजा लेंगी सीएम, प्रशासनिक बैठक भी करेंगी।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : उत्तर बंगाल में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद मची तबाही के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नुकसान का जायजा लेने के लिए 25 अक्टूबर को वहां के तीन दिवसीय दौरे पर जाएंगी।इस दौरे में ममता हालात का जायजा लेने के साथ सिलीगुड़ी और कर्सियांग में प्रशासनिक बैठक भी करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री 25 अक्टूबर को बागडोगरा पहुंचेंगी। उसके बाद उसी दिन वह सिलीगुड़ी स्थित उत्तरकन्या (मिनी सचिवालय) में प्रशासनिक बैठक करेंगी और उत्तर बंगाल की स्थिति का जायजा लेंगी। अगले दिन 26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री कर्सियांग में भी प्रशासनिक बैठक करेंगी। हालांकि, वह इस दौरे में दार्जिलिंग नहीं जाएंगी। ममता 27 अक्टूबर को कोलकाता लौट सकती हैं और 28 अक्टूबर को गोवा के दौरे पर जाएंगी।

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जीटीए चुनाव को लेकर भी हो सकती है चर्चा

सूत्रों के अनुसार, कर्सियांग में मुख्यमंत्री की प्रशासनिक बैठक में गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) चुनाव को लेकर भी चर्चा हो सकती है। जीटीए का चुनाव पिछले चार साल से लंबित है। वहीं, पहाड़ी इलाकों में राजनीतिक समीकरण भी पहले ही बदल चुका है।बिमल गुरुंग, अनीत थापा, बिनय तमांग सभी अलग-अलग पार्टी में शामिल हो चुके हैं। इस बीच, गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिखराव के बाद अपनी ताकत बढ़ा ली है। इन सब परिस्थितियों के मद्देनजर ममता का यह दौरा अहम माना जा रहा है।

अलग राज्य की मांग को लेकर गर्म रही है राजनीति

बता दें कि हाल में कुछ भाजपा नेताओं द्वारा उत्तर बंगाल को अलग राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग को लेकर राजनीति गरमा गई थी। हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट कहा था कि किसी भी कीमत पर वह बंगाल को बंटने नहीं देंगी।अलग राज्य की उठी मांग के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी उत्तर बंगाल का दौरा किया था। राज्यपाल के दौरे पर तृणमूल कांग्रेस ने सवाल भी उठाए थे।इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की हार हुई थी। हालांकि 2021 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल ने अच्छा प्रदर्शन किया है।


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