Bengal Election Result: ट्विटर पर वायरल हुई बंगाल में भाजपा की हार की वजह, विश्लेषकों की राय, दीदी ओ दीदी तंज से नुकसान
बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को धमाकेदार बहुमत मिल गया है। इस बीच चर्चा इंटरनेट मीडिया पर चर्चा छिड़ी है कि इतना दमखम दिखाने के बाद भी भाजपा आखिर क्यों 100 का आंकड़ा भी नहीं पार पर पाई?
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को धमाकेदार बहुमत मिल गया है। इस बीच चर्चा इंटरनेट मीडिया पर चर्चा छिड़ी है कि इतना दमखम दिखाने के बाद भी भाजपा आखिर क्यों 100 का आंकड़ा भी नहीं पार पर पाई? जो पार्टी पूरे आत्मविश्वास के साथ 'दो मई, दीदी गई' का नारा दे रही थी, उसके नेता शर्मनाक हार पर अब कुछ बोलने से क्यों बच रहे हैं। चुनाव में हार के लिए भाजपा के खिलाफ कई फैक्टर्स को वजह माना जा रहा है, उन्हीं में से एक 'दीदी ओ दीदी' का नारा भी है।
रविवार को बंगाल चुनाव परिणाम के रुझान तृणमूल के पक्ष में आने के साथ ही ट्विटर पर 'दीदी-ओ-दीदी' ट्रेंड करने लगा। तृणमूल सांसद काकोली घोष दास्तीदार ने लिखा, 'दीदी ओ दीदी' बोलने वाला दादा कहां गया? दादागिरी नहीं चलेगा यार। जय बांग्ला..। कई विश्लेषक 'दीदी ओ दीदी' को भाजपा की हार की एक बड़ी वजह मान रहे हैं। ममता भाजपा को शुरुआत से बाहरी बताती रहीं और अपने ऊपर हुए हमलों को बंगाली अस्मिता से जोड़ दिया। भाजपा अगर तोलाबाजी, कटमनी और उनकी पार्टी के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर ही चुनाव लड़ती तो शायद इससे ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर पाती।
मगर ममता बनर्जी और उनके परिवार की बहू-बेटियों (अभिषेक बनर्जी की पत्नी से केंद्रीय एजेंसियों की पूछताछ) को निशाना बनाना भाजपा को भारी पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं ने बंगाल विजय के लिए पूरी ताकत झोंक दी।
भाजपा के बड़े नेता अपनी रैलियों और रोडशो में दावा करते रहे कि भाजपा आसानी से 200 का आंकड़ा पार कर जाएगी और बंगाल में करीब दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने भी बंगाल में खूब मेहनत की और 18 बड़ी रैलियां कीं। पीएम मोदी अपनी रैलियों में ममता बनर्जी पर 'दीदी ओ दीदी' कहकर तंज कसते थे। मोदी के इस तंज को तृणमूल कांग्रेस ने मुद्दा बनाया था और जमकर पलटवार किया था।