Bengal Covid vaccine:ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को फिर लिखा पत्र, कर्मचारियों के लिए मांगी 20 लाख वैक्सीन
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर पीएम मोदी को पत्र लिखकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 20 लाख वैक्सीन की मांग की है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की आपूर्ति में तेजी लाने को कहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर पीएम मोदी को पत्र लिखकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 20 लाख वैक्सीन की मांग की है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की आपूर्ति में तेजी लाने को कहा है।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि करीब 20 लाख टीकों की जरूरत है, ताकि फ्रंटलाइन में काम करने वाले केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को वैक्सीन दी जा सके।
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि इस वैक्सीन को जल्द से जल्द भेजी जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में रेलवे, एयरपोर्ट, डाक, बैंक, बीमा, कोयला सहित कई ऐसे विभाग हैं, जिनके कर्मचारी लगातार फ्रंट में रहकर कोरोना महामारी में भी काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार की कोई वैक्सीन नीति नहीं है, लेकिन राज्य सरकार ने इन्हें जल्द से जल्द वैक्सीन देना चाहती है। इसलिए जल्द से केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध कराएं।
विदेशों से वैक्सीन आयात करने की मांग की थी
-सीएम ने इसके पहले लिखकर विदेशों से वैक्सीन आयात करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि हमारी राज्य एजेंसियों द्वारा हमारी खुद की पूरक पीएसए स्थापना योजनाएं दिल्ली में अशांति के कारण परेशान हो रही हैं। इसके पहले ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के मद्देनजर विदेशों से वैक्सीन आयात करने का अनुरोध किया है, ताकि देश में वैक्सीन की कमी को पूरा किया जा सके और देश के सभी लोगों को त्वरित गति से वैक्सीन दी जा सके।
शपथ ग्रहण करन के बाद लगातार लिख रही हैं पत्र
-बता दें कि सीएम का पदभार ग्रहण कहने के बाद से ममता बनर्जी लगातार पीएम को पत्र लिख रही हैं।इसके पहले बंगाल के लिए मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति बढ़ाने की मांग की थी। ममता बनर्जी ने पीएम को लिखे पत्र में कहा था कि बंगाल में कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर राज्य को अगले सात-आठ दिनों में 550 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत हो सकती है।