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Bengal coronavirus: कोलकाता के अस्पतालों में भर्ती 10 कोरोना मरीजों में से नौ को ऑक्सीजन की जरूरत

बंगाल की राजधानी कोलकाता के अस्पतालों में भर्ती 10 कोविड मरीजों में से नौ को अब ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है। इसके चलते पिछले हफ्ते से शहर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग दोगुनी बनी हुई है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 05:06 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 05:06 PM (IST)
Bengal coronavirus: कोलकाता के अस्पतालों में भर्ती 10 कोरोना मरीजों में से नौ को ऑक्सीजन की जरूरत
महानगर के कई अस्पतालों ने माना कि कोरोना के चलते ऑक्सीजन की खपत तेजी से बढ़ रही है

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल की राजधानी कोलकाता के अस्पतालों में भर्ती 10 कोविड मरीजों में से नौ को अब ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है। इसके चलते पिछले हफ्ते से शहर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग दोगुनी बनी हुई है। इससे पहले अस्पतालों को ऑक्सीजन की रिफिलिंग दो दिन में एक बार करनी पड़ती थी लेकिन कई अस्पतालों को अब दिन में दो बार अपना ऑक्सीजन टैंक भरवाना पड़ रहा है। नारायणा हेल्थ के जोनल डायरेक्टर (ईस्ट) आर वेंकटेश ने कहा कि हमारी रोजाना की ऑक्सीजन खपत 3000 किलो से बढ़कर 6000 किलो के आसपास पहुंच गई है। आरएन टैगोर हॉस्पिटल में भर्ती 270 कोविड मरीजों में से 80 फीसद को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है। सौभाग्य से हमारा ऑक्सीजन टैंक 11,000 लीटर की क्षमता वाला है। लेकिन आजकल हमें इसे रोजाना रिफिल कराना पड़ रहा है ताकि कोई अनहोनी न हो। शहर के एक और कोविड केयर सेंटर रूबी जनरल हॉस्पिटल के जनरल मैनेजर (ऑपरेशंस) सुभासीष दत्ता ने कहा कि हमारे अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक की क्षमता 3000 लीटर है। इसको रोजाना दिन में दो बार भरना पड़ता है। 

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अस्पताल में भर्ती 170 कोरोना मरीज में से 50 फीसद से ज्यादा आइसीयू में भर्ती हैं जिन्हें तेजी के साथ ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है। कई दूसरों मरीजों को भी ऑक्सीजन थैरेपी की जरूरत है। मार्च तक हम दो दिन में एक बार ऑक्सीजन टैंक फुल कराते थे लेकिन फिलहाल ऑक्सीजन की मांग काफी ज्यादा है। पीयरलेस हॉस्पिटल के सीईओ सुदीप्त मित्रा ने कहा कि सामान्य स्थिति में उनके यहां एक दिन में ऑक्सीजन की खपत 1500 क्यूबिक मीटर है। अस्पताल में फिलहाल 170 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है इसके चलते खपत दोगुनी हो गई है। हालांकि, मांग बढ़ने के बावजूद ऑक्सीजन की सप्लाई में कोई कमी नहीं है।


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