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Bengal Chunav: हॉट सीट-जोड़ासांको- टैगोर की जन्मस्थली के इस सीट पर मारवाड़ियों के हाथ में जीत की चाबी, इस बार टीएमसी को भाजपा से मिल रही चुनौती

जोड़ासांको सीट टैगोर की जन्मस्थली से इस बार किसे मारवाड़ी विधायकों ने ही लंबे समय तक सीट का किया प्रतिनिधित्व इसी विधानसभा क्षेत्र में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली ठाकुरबाड़ी आती है। यह विधानसभा सीट बंगाल के साहित्य-कला साधना और शिक्षा के केंद्र के रूप में विख्यात है।

By Priti JhaEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 09:45 AM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 09:50 AM (IST)
Bengal Chunav: हॉट सीट-जोड़ासांको- टैगोर की जन्मस्थली के इस सीट पर मारवाड़ियों के हाथ में जीत की चाबी, इस बार टीएमसी को भाजपा से मिल रही चुनौती
जोड़ासांको सीट विधानसभा क्षेत्र में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली ठाकुरबाड़ी आती है।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाली भाषा-भाषियों के बीच कोलकाता स्थित जोड़ासांको राजस्थान के मारवाड़ियों की बहुलता वाली सीट है। मारवाड़ी लोग ही अब तक यह तय करते आए हैं कि इस सीट पर बाजी किसके हाथ लगेगी। इस बार के विधानसभा चुनाव में विवेक गुप्ता इस सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। वे टीएमसी के राज्यसभा सदस्य भी रहे हैं और पहली बार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा की मीना देवी पुरोहित से है। मीना चार बार पार्षद और डिप्टी मेयर भी रही हैं। दोनों उम्मीदवारों की मारवाड़ी समुदाय पर अच्छी पकड़ है, जो उनकी ताकत मानी जाती है। अब देखना है कि किसका पलड़ा भारी होता है।

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इस बार तृणमूल और भाजपा में टक्कर

आजादी के समय से एक-दो मौकों को छोड़कर यहां कांग्रेस का कब्जा रहा, लेकिन ममता बनर्जी के आने के बाद तृणमूल कांग्रेस का कब्जा बना हुआ है। भाजपा इस सीट पर अब तक कमजोर ही रही है। बंगाल भाजपा के दिग्गज नेता राहुल सिन्हा यहां से लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं, लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। उनके जैसे बड़े चेहरे की बजाय भाजपा ने इस बार मीना देवी पुरोहित को अपना उम्मीदवार बनाया है।

मारवाड़ी विधायकों ने ही लंबे समय तक सीट का प्रतिनिधित्व किया

जोड़ासांको सीट कांग्रेस का गढ़ रही है और मारवाड़ी विधायकों ने ही लंबे समय तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है। 1957 से 1996 तक एक मौके (1952) को छोड़ कर कांग्रेस के मारवाड़ी उम्मीदवार भारी मतों से विजयी होते रहे। इस सीट के चुनावी इतिहास में कांग्रेस के मारवाड़ी नेता देवकी नंदन पोद्दार सबसे लोकप्रिय नेता रहे और वह चार बार विधायक चुने गए। 2001 में तृणमूल ने इस सीट पर कब्जा जमाया जो आज तक बरकरार है।

बंगाल का गौरवशाली इतिहास समेटे है क्षेत्र

इसी विधानसभा क्षेत्र में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली ठाकुरबाड़ी आती है। यह विधानसभा सीट बंगाल के साहित्य-कला साधना और शिक्षा के केंद्र के रूप में विख्यात है। यहीं कोलकाता का बड़ा बाजार इलाका क्षेत्र भी आता है, जो बंगाल के व्यापार का सबसे बड़ा केंद्र है।


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