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Bengal Chunav Hinsa: कूचबिहार घटना पर चुनाव आयोग ने कहा- जवानों ने आत्मरक्षा व सरकारी संपत्ति को बचाने के लिए की फायरिंग

चुनाव आयोग ने शीतलकूची की घटना पर सीआइएसएफ का बचाव करते हुए कहा जवानों ने पहले हवा में फायरिंग कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की लेकिन उन्हें खदेड़ा नहीं जा सका। इसके बाद अपनी जान बचाने व सरकारी संपत्ति की रक्षा करने के लिए बाध्य होना पड़ा।

By Priti JhaEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 08:52 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 08:58 AM (IST)
Bengal Chunav Hinsa: कूचबिहार घटना पर चुनाव आयोग ने कहा- जवानों ने आत्मरक्षा व सरकारी संपत्ति को बचाने के लिए की फायरिंग
चुनाव आयोग ने शीतलकूची की घटना पर सीआइएसएफ का बचाव

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। चुनाव आयोग ने शीतलकूची की घटना पर सीआइएसएफ का बचाव करते हुए कहा कि जवानों ने आत्मरक्षा व सरकारी संपत्ति को बचाने के लिए फायरिंग की थी। विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने वारदात पर पेश की गई अपनी रिपोर्ट में कहा-'सुबह 9.45 बजे तक शीतलकूची के 126 नंबर बूथ पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान चल रहा था। घटना का सूत्रपात मानिक मोहम्मद नामक एक युवक के अस्वस्थ होने के साथ हुआ। स्थानीय दो-तीन महिलाएं उसे संभाल रही थीं।

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सीआइएसएफ जवानों ने अस्वस्थ युवक को अस्पताल ले जाना चाहते थे। वहां मौजूद कुछ लोगों को लगा कि वे उस युवक को पीट रहे हैं। उसके बाद उस बूथ के सामने 300-350 गांववाले जमा हो गए। महिलाएं घरेलू चीजें लेकर जमा हो गईं, जिनसे प्रहार किया जा सकता था। उग्र भीड़ ने जवानों को घेर लिया और उनसे हथियार छीनने की कोशिश की। इसमें कुछ जवान व होमगार्ड जख्मी हो गए।

जवानों ने पहले हवा में फायरिंग कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की लेकिन उन्हें खदेड़ा नहीं जा सका। इसके बाद अपनी जान बचाने व सरकारी संपत्ति की रक्षा करने के लिए जवानों को फायरिंग करने के लिए बाध्य होना पड़ा। 

जानकारी हो कि पहले तीन चरणों में हुई छिटपुट हिंसा के बाद बंगाल विधान सभा चुनाव के चौथे दौर में पहुंचते ही भयावह रूप धारण कर लिया। कूचबिहार जिले के शीतलकूची विधानसभा केंद्र में मतदान के दौरान सीआइएसएफ जवानों की फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई जबकि तीन जख्मी हो गए। मृतकों के नाम मोनीरुज्जमान (28), हमिदुल मियां (30), नूर आलम मियां (21) और समिउल हक (20) हैं। वे सभी जोरपटकी गांव के रहने वाले थे और उसी बूथ के मतदाता थे, जहां यह वारदात हुई। तृणमूल कांग्रेस ने मरने वाले सभी के पार्टी समर्थक होने का दावा किया है। इस घटना से चंद घंटे पहले शीतलकूची के ही एक बूथ पर फायरिंग की एक और घटना हुई, जिसमें आनंद बर्मन (18) नामक एक भाजपा समर्थक की मौत हो गई। वह पहली बार मतदान करने गया था। मृतक के स्वजनों ने इसे हत्या बताते हुए इसके पीछे तृणमूल का हाथ बताया था। 

गौरतलब है कि शीतलकूची में ही कुछ दिन पहले बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर हमला हुआ था।सीआइएसएफ की तरफ से सफाई पेश करते हुए कहा गया है कि 150 गांववालों ने जवानों को घेर लिया था। पहले गोली चलाई गई, लेकिन वे लोग नहीं माने। इसके बाद उन्हें आत्मरक्षा में गोलियां चलानी पड़ीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए इसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के केंद्रीय बल के खिलाफ भड़काऊ बयान का नतीजा बताया। वहीं मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने घटना को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की साजिश करार देते हुए रविवार को राज्यभर में विरोध-प्रदर्शन करने का एलान किया है। ममता रविवार को शीतलकूची जाएंगी। उन्होंने घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है।


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