Bengal Chunav: गोल बचाने वाले को मिली ममता के कद्दावर मंत्री के मैदान में गोल दागने की चुनौती
सियासत में फुटबॉलरों के पदार्पण के बढ़ते चलन पर 44 साल के कल्याण ने कहा-देश के विकास में समाज के हरेक वर्ग के लोगों की भागीदारी जरुरी है। हाल में बहुत से फिल्मी कलाकार भी राजनीति से जुड़े हैं।
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। वे अब तक गोल बचाते आए हैं लेकिन इस बार उन्हें गोल दागने की चुनौती मिली है, वह भी आठ बार के विधायक व ममता के कद्दावर मंत्री के मैदान में। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व गोलरक्षक कल्याण चौबे को भाजपा ने कोलकाता की हाई प्रोफाइल मानिकतल्ला विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता साधन पांडे के खिलाफ उतारा है। कल्याण जानते हैं कि सामने कठिन चुनौती हैं लेकिन कभी हार न मानने वाले हौसले के साथ वे भी तैयार हैं।
खास बातचीत में उन्होंने कहा-'कोई भी मुकाबला आसान नहीं होता, बस जीतने का जज्बा होना चाहिए। बंगाल का चुनाव तो देश के सबसे मुश्किल व जटिल चुनावों में से एक है। यहां सत्तापक्ष वालों ने हमेशा पुलिस का अपने सियासी फायदे के लिए इस्तेमाल किया है और विरोधी दलों को दबाकर रखने की कोशिश की है, फिर भी बदलाव होते आया है क्योंकि परिवर्तन जीवन व प्रकृति का नियम है। साधन पांडे जरूर आठ बार के विधायक हैं लेकिन अब उनके रिटायर होने का समय आ गया है। मानिकतल्ला के मतदाता उन्हें सम्मानजनक विदाई देंगे। अब नई पीढ़ी आगे आएगी और विकास की राह पर बढ़ेगी।'
फुटबॉल ग्राउंड की तरह राजनीति के मैदान में भी हमें मिलेगा जनता का पूरा प्यार
सियासत में फुटबॉलरों के पदार्पण के बढ़ते चलन पर 44 साल के कल्याण ने कहा-'देश के विकास में समाज के हरेक वर्ग के लोगों की भागीदारी जरुरी है। हाल में बहुत से फिल्मी कलाकार भी राजनीति से जुड़े हैं। भाजपा ऐसी पार्टी है, जो समाज के सभी वर्गों को बराबरी की भागीदारी देने में यकीन करती है। बंगाल की जनता संस्कृति प्रेमी है और सभी वर्गों को अपनाया है। फुटबॉल के प्रति बंगाल के लोगों की दीवानगी तो जगजाहिर है। फुटबॉल ग्राउंड की तरह ही राजनीति के मैदान में भी हमें उनका पूरा प्यार मिलेगा।'
बंगाल में भाजपा की सरकार बनने पर खेलों के विकास के लिए तैयार होंगी दीर्घकालीन योजनाएं
भाजपा के 'सोनार बांग्ला' में खेलों के लिए क्या योजनाएं होंगी, इसके जवाब में कल्याण ने कहा-'बंगाल में भाजपा की सरकार बनने पर खेलों के विकास के लिए दीर्घकालीन योजनाएं तैयार की जाएंगी। ऐसे प्रकल्प होंगे, जिनके बूते खिलाड़ी ओलंपिक व अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर पाएंगे और पदक जीतकर देश व सूबे का मान बढ़ाएंगे। जहां तक फुटबॉल की बात है तो बंगाल को भारतीय फुटबॉल का मक्का कहा जाता है। यहां फुटबॉल एकेडमी खोले जाएंगे। खïेलों से इतर कहें तो भाजपा बंगाल में शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, कानून-व्यवस्था, सामाजिक सुरक्षा, सभी चीजों पर ध्यान देगी। जिलों में लघु व मझोले उद्योगों की स्थापना की जाएगी।'