Bengal Chunav: क्या प्रत्याशियों के नामों को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में दुविधा है?
Bengal Assembly Elections 2021 टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी प्रत्याशी चयन के लिए 12 सदस्यीय चुनाव कमेटी गठित की है। कांग्रेस ने भी स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है। पर कोई भी प्रमुख दल सूची जारी नहीं कर रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी होने के 24 घंटे से अधिक समय बीत चुके हैं। इसके बावजूद बंगाल की प्रमुख सियासी पार्टयिों ने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। प्रत्याशियों की सूची जारी में करने के मामले में आगे रहने वाली मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी से लेकर वाममोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस तक चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में भी बैठकों का ही दौर चल रहा है।
ऐसे में तीन प्रमुख सवाल उठ रहे हैं। क्या प्रत्याशियों के नामों को लेकर पार्टी शीर्ष नेतृत्व में दुविधा है? क्या बगावत का भय नेतृत्व को सता रहा है? क्या सामने वाले कौन हैं, उसके अनुसार मैदान में अपना उम्मीदवार उतारने की बाट जोही जा रही है? पहले खबर आई की ममता सोमवार को तृणमूल प्रत्याशियों की सूची जारी करेंगी। परंतु उस दिन नहीं हुआ। फिर खबर आई की बुधवार को जारी हो सकती है। फिर जारी नहीं हुई। अब कहा जा रहा है कि शुक्रवार को जारी होने की उम्मीद है। उधर, वाममोर्चा की ओर से खबर आई कि बुधवार को सूची जारी होगी, लेकिन नहीं हुई। इस बीच भाजपा में टिकट वितरण व प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए लगातार तीन दिनों से बैठकों का दौर जारी है। इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को एलान किया कि पहले और दूसरे चरण के प्रत्याशियों की सूची शुक्रवार को जारी हो सकती है।
इस बीच प्रदेश भाजपा नेतृत्व को दिल्ली बुलाया गया है, जहां प्रत्याशी के नामों को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठक करेंगे। वहीं ममता बनर्जी ने भी प्रत्याशी चयन के लिए 12 सदस्यीय चुनाव कमेटी गठित की है। उधर कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है। पर कोई भी प्रमुख दल सूची जारी नहीं कर रहा है। बताते चलें कि नौ मार्च से पहले सभी दलों को सूची जारी करना ही होगा, क्योंकि नामांकन की अंतिम तिथि नौ मार्च है। वहीं पांच मार्च को ही दूसरे चरण के लिए भी अधिसूचना जारी हो जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहा गया है कि हर विधानसभा सीट के लिए तीन से पांच नाम तय किए गए हैं। गुरुवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक होनी है जिसमें प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा होगी। इसके बाद नामों की सूची केंद्रीय संसदीय बोर्ड को सौंपी जाएगी और वहीं इस पर अंतिम निर्णय होगा। उधर, तृणमूल, माकपा नीत वाममोर्चा और कांग्रेस भी अपने-अपने स्तर पर सक्रिय है। परंतु इस देरी से बहुत सारे नेता अधीर हो रहे हैं।