Move to Jagran APP

Bengal BJP Meeting: कश्मीर में भी नहीं हुई है ऐसी हिंसा, राज्यपाल को किया जा रहा अपमानित : दिलीप घोष

बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की हुई बैठक में प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने हिंसा का मुद्दा उठाते हुए ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस तरह की हिंसा राज्य में हुई कश्मीर में भी ऐसी कभी नहीं हुई।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 04:31 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 04:31 PM (IST)
Bengal BJP Meeting: कश्मीर में भी नहीं हुई है ऐसी हिंसा, राज्यपाल को किया जा रहा अपमानित : दिलीप घोष
दिलीप घोष ने हिंसा का मुद्दा उठाते हुए ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद मंगलवार को पहली बार प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की हुई बैठक में प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने हिंसा का मुद्दा उठाते हुए ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजे के बाद जिस तरह की हिंसा राज्य में हुई, कश्मीर में भी ऐसी हिंसा कभी नहीं हुई। उन्होंने राज्य सरकार पर राज्यपाल को भी अपमानित करने का आरोप लगाया। बैठक को संबोधित करते हुए ‌घोष ने दावा किया कि चुनाव के बाद से अब तक भाजपा के 41 कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि दो मई को मतगणना के बाद ही हिंसा शुरू हो गई।

loksabha election banner

हजारों कार्यकर्ताओं पर हमले किए गए, उनके घरों पर आगजनी व तोड़फोड़ की गई। महिलाओं तक को नहीं बख्शा गया और कईयों के साथ दुष्कर्म व अत्याचार किया गया। हिंसा के कारण डर से 80 हजार लोग घर छोड़ कर चले गए थे। 11 हजार हिंसा की घटना पंजीकृत हुई है। घोष ने ममता सरकार को निर्दयी सरकार बताते हुए कहा कि वह शिकायत तक नहीं लेती है। बाध्य होकर विभिन्न कमीशन जाने के लिए बाध्य हुए। हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने जांच का निर्देश दिया है। घोष ने कहा कि चुनाव बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं को लगातार डराया- धमकाया जा रहा है। उनकी हत्या की जा रही है, ताकि वे सिर नहीं उठा सके। भाजपा को वोट देने के कारण लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है। बिजली काट दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के बंगाल की हम कल्पना नहीं किए थे।बैठक में प्रतिपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता, पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ नेता तथागत राय सहित अन्य नेता और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

घोष ने कहा कि हमने चुनाव में 200 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था, लेकिन जनता ने हमें विरोधी दल की मर्यादा दिया है। हम विधानसभा के अंदर और बाहर आंदोलन करेंगे और अपनी भूमिका का पालन करेंगे।

राज्यपाल को किया जा रहा है अपमानित

घोष ने आगे कहा कि राज्यपाल को लगातार अपमानित होना पड़ रहा है। उनके खिलाफ ममता बनर्जी से लेकर उनके मंत्री कुछ भी बोल रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा एक दिन पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भ्रष्ट बताने पर घोष ने कहा कि फर्जी वैक्सीन घोटाले व फर्जी आइएएस अधिकारी का मुद्दा दबाने के लिए व लोगों का ध्यान भटकाने के लिए अब राज्यपाल पर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल हमारी पार्टी ही नहीं, अन्य पार्टी के लोगों को भी प्रताड़ित होना पड़ रहा है। घोष ने यह भी कहा कि कुछ इलाकों में जहां विकास नहीं हुआ है, वे लोग विकास की मांग कर रहे हैं, तो सत्तारूढ़ दल व राज्य सरकार द्वारा उन्हें अलगाववादी बोला जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा एकता में विश्वास करती है।

फर्जी आइएएस के साथ जुड़े हैं टीएमसी नेता

घोष ने आगे कहा कि जिस तरह से सारधा चिटफंड मामले में सुदीप्त सेन के साथ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता जुड़े थे, उसी तरह से फर्जी आइएएस देवांजन देब के साथ साथ भी उनका जुड़ाव रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले की लीपापोती में लगी हुई है। घोष ने एक बार फिर केंद्रीय एजेंसी से इस मामले की जांच की मांग दोहराई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.