अभिषेक पर भाजपा का निशाना, कहा- डायमंड हार्बर से चलाई जा रही समानांतर सरकार की जांच कराएं ममता
भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने एक ट्वीट में मांग की कि लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विभिन्न विषयों पर पत्र लिखने की बजाय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को डायमंड हार्बर से चलाई जा रही समानांतर सरकार की जांच करानी चाहिए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी पर राज्य में समानांतर सरकार चलाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से इसकी जांच कराने की मांग की। भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने एक ट्वीट में मांग की कि लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विभिन्न विषयों पर पत्र लिखने की बजाय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को डायमंड हार्बर से चलाई जा रही समानांतर सरकार की जांच करानी चाहिए। बता दें कि ममता के भतीजे अभिषेक डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र से ही सांसद हैं।
मालवीय ने आगे लिखा कि पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभिषेक बनर्जी के दावों को खारिज करने के बाद उनके निर्वाचन क्षेत्र में कोरोना की स्थिति पर एक दैनिक अपडेट उनके द्वारा मीडिया को भेजा जाता है ताकि यह उजागर किया जा सके कि बंगाल के बाकी हिस्सों में कोविड प्रबंधन कितना खराब है। बताते चलें कि बंगाल में तेजी से संक्रमण बढ़ने के बीच अभिषेक बनर्जी ने अपने संसदीय क्षेत्र डायमंड हार्बर इलाके में संक्रमण पर काबू पाने के लिए हाल में व्यापक पैमाने पर कोरोना जांच अभियान चलाया था।
इसके बाद उन्होंने जांच में बहुत कम लोगों के संक्रमित पाए जाने का दावा करते हुए कहा था कि राज्य के सभी लोकसभा क्षेत्रों की अपेक्षा डायमंड हार्बर में संक्रमण दर सबसे कम है। उन्होंने इस दावे के साथ कहा था कि डायमंड हार्बर को कोरोना से पूरी तरह मुक्त कराना ही उनका लक्ष्य है। अभिषेक ने 12 जनवरी को विवेकानंद की जयंती के अवसर पर अपने लोकसभा क्षेत्र में कोविड-19 से मजबूती से लड़ने का संकल्प जताते हुए यहां संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए विशेष तरीके अपनाए जाने और सख्त कदम उठाने की भी बात कही थी।
अभिषेक ने यहां तक कहा था कि डायमंड हार्बर के सांसद के रूप में मैं केवल यह कह सकता हूं कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में क्या करने की जरूरत है। उन्होंने अपने क्षेत्र में 28 फरवरी तक कोई राजनीतिक बैठक या बड़ा धार्मिक कार्यक्रम नहीं आयोजित करने की बात कहीं थी। इसके बाद अब भाजपा ने उन पर निशाना साधा है।