बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु ने ममता पर कसा तंज, मुख्यमंत्री को पीएम के पैर पकड़ने की जरूरत नहीं, बस संविधान को मानकर चलें
बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि चक्रवात यास से बंगाल में हुए नुकसान की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री का अपमान किया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि चक्रवात 'यास' से बंगाल में हुए नुकसान की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री का अपमान किया है। नंदीग्राम से भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए आगे कहा-'उन्हें प्रधानमंत्री के पैर पकड़ने की जरूरत नहीं है, वे बस संविधान को मानकर चलें। जिस तरह मैं मुख्यमंत्री के तौर पर उनका सम्मान करता हूं, उसी तरह वे भी प्रधानमंत्री का सम्मान करें।'
सुवेंदु ने इस बात का खंडन किया कि बैठक में सिर्फ उन्हें बुलाया गया था। उन्होंने कहा-'बैठक में बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन दिल्ली में होने के कारण वे शामिल नहीं हो सके थे। ओडिशा में इस बाबत हुई बैठक में वहां की विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष को भी बुलाया गया था लेकिन कोरोना संक्रमित होने की वजह से वे भी शरीक नहीं हो पाए थे। मैं चक्रवात प्रभावित इलाके का विधायक के तौर पर प्रतिनिधित्व करता हूं इसलिए मुझे भी कुछ बातें रखनी थीं।
इस बाबत मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय में निवेदन किया था, जिसके बाद मुझे बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया। मुख्यमंत्री ने बैठक में शामिल होने के लिए अपने सफर की सूची में बदलाव किया था। शुक्रवार दोपहर 1.55 बजे कलाईकुंडा एयरफोर्स बेस पर प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर के उतरने की बात थी और उसके बाद दोपहर 2.05 बजे मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को उतरना था। मुख्यमंत्री ने खुद कहा था कि वे प्रधानमंत्री के बाद वहां पहुंचना चाहती हैं। बैठक में आकर डेढ़ मिनट में अपनी बात कहकर मुख्यमंत्री मुख्य सचिव के साथ वहां से निकल गई थीं।'