Bengal Assembly Elections 2021: तृणमूल कांग्रेस ने कहा- बंगाल में सबसे ज्यादा तृणमूल कांग्रेस सरकार ने लोगों के लिए काम किया
Bengal Assembly Elections 2021 तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले वर्षों में विकास के कई सारे काम किए हैं और शहरों-गांवों में बड़े पैमाने पर सड़क और पुलों का निर्माण कराया गया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले वर्षों में विकास के कई सारे काम किए हैं और शहरों-गांवों में बड़े पैमाने पर सड़क और पुलों का निर्माण कराया गया है। राज्य के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि बंगाल में किसी भी पूर्ववर्ती सरकार ने विकास के इतने काम नहीं किए।
मुखर्जी ने कहा, ‘‘हमने असाधारण काम किए हैं, समूचे राज्य में शहरों और गांवों में सड़कों और पुलों का निर्माण किया गया। हमने जितना काम किया पूर्ववर्ती सरकारें कभी उतना काम नहीं कर पाईं।’’ उन्होंने कहा कि ‘बांग्ला ग्रामीण सड़क योजना’ के तहत तृणमूल कांग्रेस सरकार ने 16,561 करोड़ रुपये की लागत से 35,611 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया। उन्होंने कहा, ‘‘सड़क और पुल क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में बड़ा योगदान देते हैं और हमारी मुख्यमंत्री इससे अवगत हैं। चक्रवात एम्फन जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों में भी पुनर्निर्माण और मरम्मत के काम दिखते हैं।’’
सड़क निर्माण के क्षेत्र में बंगाल देश में सर्वश्रेष्ठ
राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने मंगलवार को दावा करते हुए कहा कि सड़क निर्माण के क्षेत्र में बंगाल देश में सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने सूचित किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक नई परियोजना की घोषणा की है। राज्यभर में सड़कों की मरम्मत के लिए 'पथश्री अभियान' शुरू किया गया है, जिसके तहत कुल 12,000 किलोमीटर तक सड़कों की मरम्मत की जाएगी। इस परियोजना के दायरे में राज्यभर की 7,000 सड़कें आएंगी। राज्य सरकार ने वित्त वर्ष 2020-2021 तक 690 किलोमीटर सड़क का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
सुब्रत मुखर्जी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मेक इन इंडिया ’वास्तव में 'बेचो इंडिया’ है। सेल से रेल तक सबकुछ बेचा जा रहा है। राष्ट्र की हर सार्वजनिक संपत्ति बेचने की कोशिश चल रही है। केंद्र सरकार ने पिछले छह वर्षों में बीएसएनएल को बर्बाद करके रख दिया है। उसने बीएसएनएल के 75,000 कर्मचारियों को वीआरएस लेने के लिए बाध्य किया।
केंद्र सरकार बंगाल केमिकल्स, एलॉय स्टील प्लांट, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड समेत विभिन्न सार्वजनिक उपकरणों को भी बेचने की तैयारी में है। तृणमूल कांग्रेस ऐसा होने नहीं देगी और इसका जोरदार विरोध जारी रखेगी।