हृदय जनित बीमारियों के प्रति इस तरह रहें जागरूक, बढ़ रही है मरीजों की संख्या
आये दिन हृदय जनित बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार जल्द ही बीमारी भारत में महामारी का रूप ले लेगी।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। आये दिन हृदय जनित बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अब युवा वर्ग भी इन बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार जल्द ही बीमारी भारत में महामारी का रूप ले लेगी।
हृदय जनित बीमारियों के संबंध में जनमानस को जागरूक करने तथा इन बीमारियों से संबंधित इलाज के क्षेत्र में उपयोग आनेवाली तकनीक पर चर्चा के लिए सोसाइटी फार कार्डियक इंटरवेंशन (एससीआइ) का 10वां दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन संपन्न हुआ। दो दिवसीय इस सम्मेलन में देश-विदेश के करीब 300 चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर एससीआइ के आर्गनाजिंग सेक्रेटरी डा. पीसी मंडल ने बताया कि महानगर समेत देश में हृदय से संबंधित बीमारियों के मामले में इजाफा हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हृदयाघात के मामलों में मरीज के लिए हर क्षण बहुमूल्य होता है। मरीज को मौत से बचाने के लिए आधुनिक चिकित्सा की बेहद आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से चिकित्सक आपस में आत्याधुनिक चिकित्सक से संबंधित ज्ञान-विज्ञान को सांझा कर पाते हैं।
हार्ट अटैक के कुछ खास लक्षण
हार्ट अटैक के कुछ खास लक्षण होते हैं जिनकी अनदेखी करना ठीक नहीं है। आइए जानें ऐसे ही लक्षणों के बारे में। हार्ट अटैक के दौरान कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें अनदेखा करना महंगा पड़ सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं वो लक्षण जिन्हें भूलकर भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।
शरीर के ऊपरी भाग में तेज दर्द गर्दन, पीठ, दांत, भुजाएं और कंधे की हड्डी में दर्द होना हार्ट अटैक के लक्षण हैं। इसे ‘रेडीएटिंग’ दर्द कहते हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि दिल की कई धमनियां यहां समाप्त होती हैं जैसे उंगलियों के पोर जहां दर्द केंद्रित होता है।
चक्कर आना
चक्कर आना या सिर घूमना हार्ट अटैक का एक अन्य लक्षण है। यह हृदय को जाने वाली एक शिरा में अवरोध होने के कारण होता है। जब को अपने अंदर ये बदलाव दिखे तो उन्हें सावधान हो जाना चाहिए। इसे काम के प्रेशर के चलते होने वाली कमजोरी या फिर कोई दूसरा कारण ना समझें। हार्ट अटैक के लक्षणों को अक्सर लोग मामूली समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं। जिसके परिणाम बाद में झेलने पड़ते हैं।
सीने में दर्द
हार्ट अटैक का लक्षण केवल सीने में दर्द नहीं हो सकता परंतु निश्चित तौर पर ऐसा होता है। लक्षणों पर ध्यान देने के बजाय यदि आप को कुछ नए लक्षण महसूस हो रहे हैं और वे दूर नहीं हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टरों के अनुसार बाद में पछताने से अच्छा है कि सुरक्षित रहें।
जबड़े में दर्द
यदि आपके जबड़े में दर्द है है तो इसका अर्थ है कि आपको हार्ट अटैक आया है क्योंकि इसके पास जो नसें होती हैं वे आपके हृदय से निकलती हैं। यदि दर्द बना रहे तो आपको दांतों की परेशानी है। यदि यह थोड़ी-थोड़ी देर में होता है तथा जब आप थक जाते हैं और यह दर्द बढ़ जाता है तो यह दिल से संबंधित हो सकता है।
जी मिचलाना, उलटी, पेट खराब होना हार्ट अटैक के समय जी मिचलाना, उलटी या अपचन जैसे लक्षण अधिक दिखाई देते हैं। यह अक्सर इसलिए होता है क्योंकि दिल को रक्त पहुंचाने वाली दायीं धमनी जो दिल में गहराई तक जाती है, अवरुद्ध हो जाती हैं।
सांस लेने में परेशानी
सीने में दर्द के बिना सांस लेने में परेशानी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। पसीना आना यदि आपको अचानक पसीना आने लगे तो संभल जाएं। इस लक्षण की अनदेखी ना करें तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपंर्क करें।