Bangal Congress: वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी बोले- चुनाव में ममता बनर्जी को मिला ध्रुवीकरण का फायदा
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का मानना है कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी को बड़े स्तर पर ध्रुवीकरण वाले बंगाल विधानसभा चुनाव में संयोगवश फायदा मिला और वह इकलौती ‘मोदी विरोधी चेहरा’ नहीं हैं जो अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला कर सकें।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का मानना है कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी को बड़े स्तर पर ध्रुवीकरण वाले बंगाल विधानसभा चुनाव में संयोगवश फायदा मिला और वह इकलौती ‘मोदी विरोधी चेहरा’ नहीं हैं जो अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला कर सकें। अगले लोकसभा चुनावों से पहले एक व्यापक भाजपा विरोधी गठबंधन की संभावनाओं पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने कहा कि कोई भी विपक्षी मोर्चा कांग्रेस की मदद के बिना सफल नहीं हो सकता।
चौधरी ने एक समाचार एजेंसी को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि चुनाव के दौरान कूचबिहार में केंद्रीय बलों की गोली लगने से चार मुसलमानों की मौत के बाद अल्पसंख्यक मतों का ध्रुवीकरण हो गया। राज्य की जो जनता भाजपा को नहीं चाहती थी उसने एक साथ तृणमूल कांग्रेस को वोट दिया। सांप्रदायिक बयानबाजी और भाजपा के नेताओं की डराने-धमकाने वाली राजनीति से ममता बनर्जी को मदद ही मिली। उन्होंने कहा कि मैं कहूंगा कि वह इन चुनावों में संयोगवश फायदा पाने वाली नेता हैं।
भाजपा को हराने वाली इकलौती क्षेत्रीय नेता नहीं हैं ममता बनर्जी
-चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी भाजपा को हराने वाली इकलौती क्षेत्रीय नेता नहीं हैं। अरविंद केजरीवाल, लालू प्रसाद यादव, एम के स्टालिन, पिनराई विजयन ने भी ऐसा कर दिखाया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं की इस बात को खारिज कर दिया कि वह ममता बनर्जी के भाजपा से बड़े आलोचक हैं और अक्सर उनके खिलाफ बयान देते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी भविष्य में तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन करती है तो प्रदेश इकाई बनर्जी के खिलाफ बयानबाजी कम कर देगी।
बंगाल में कांग्रेस फिर से जगह बना लेगी
-बंगाल में कांग्रेस की बड़ी हार के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि चुनाव में पूरी तरह धार्मिक और क्षेत्रीय आधार पर ध्रुवीकरण हो गया था लेकिन उन्हें उम्मीद है कि आजादी के बाद दो दशक से अधिक समय तक राज्य की सत्ता में रहने वाली कांग्रेस फिर से अपनी जगह पा लेगी। माकपा और आइएसएफ के साथ भविष्य में भी गठबंधन की संभावना के प्रश्न पर कांग्रेस नेता ने साफ कहा कि आइएसएफ ( इंडियन सेकुलर फ्रंट) के साथ कोई रिश्ता नहीं रहेगा। हमारा उनके साथ कोई संबंध नहीं है।
राहुल गांधी से डरती है भाजपा
-पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा चौधरी को लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता पद से हटाये जाने की संभावनाओं पर हाल में आई खबरों के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। चौधरी ने राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि भाजपा जानबूझकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश करती है क्योंकि उनसे डरती है।