बंगाल की बेटी प्रज्ञा कैसे बनीं बांग्लादेश के आतंकी संगठन की महिला सरगना आयशा? फिल्मी है पूरी कहानी
बांग्लादेश की आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन(जेएमबी) की नई शाखा न्यू जेएमबी की महिला विंग की सरगना आयशा जन्नत मोहना बंगाल के हुगली जिले की धनियाखाली की रहने वाली है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बांग्लादेश की आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन(जेएमबी) की नई शाखा न्यू जेएमबी की महिला विंग की सरगना आयशा जन्नत मोहना बंगाल के हुगली जिले की धनियाखाली की रहने वाली है। परंतु, उसका असली नाम प्रज्ञा देबनाथ है जो धर्मांतरण कर मुस्लिम बनी और इसके बाद जिहादी। प्रज्ञा से आयशा बनने की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। सीटीटीसी के सहायक आयुक्त शेख इमरान हुसैन ने कहा कि युवती भारतीय नागरिक है। उसका घर हुगली जिले के धनियाखाली थाने के अंतर्गत केशबपुर में है।
वास्तव में हिंदू लड़की 2009 में जिहादियों की ऑनलाइन जाल में फंस गई। कुछ वर्ष बाद वह न्यू जेएमबी की महिला शाखा की प्रमुख अस्मा खातून से संपर्क आ गई। इसके बाद उसका धर्मांतरण कराया गया। उसका नाम प्रज्ञा देबनाथ से बदलकर आयशा जन्नत मोहना उर्फ जन्नतुल तस्नीम हो गया। जांच अधिकारियों के अनुसार प्रज्ञा उर्फ आयशा 2016 में पहली बार बांग्लादेश गई थी। तब से वह कई बार भारत से आती-जाती रही है।
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बांग्लादेशी नागरिकता के लिए आनलाइन रचाई थी शादी
बाद में 2019 से वह स्थाई रूप से बांग्लादेश में रहने लगी। उसने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और नागरिकता कार्ड भी प्राप्त किए। किसी को संदेह न हो इसके लिए उसने ओमान के एक बांग्लादेशी नागरिक से ऑनलाइन विवाह भी किया और बांग्लादेशी नागरिकता प्राप्त करने के लिए नकली दस्तावेज बनाए। इसके बाद ढाका के पास बुरिगंगा नदी के उसपार और केरानीगंज थाना क्षेत्र के एक मदरसे में पढ़ाना शुरू किया। आयशा महिलाओं को पढ़ाने की आड़ में ऑनलाइन आतंकवादी भर्ती करती थी। सीटीटीसी के अधिकारी ने कहा कि जेएमबी से जुड़कर इस्लाम कबूल कर ली। उसके पास से एक भारतीय पासपोर्ट बरामद हुआ है। वह लंबे समय से विभिन्न मदरसों में गुप्त रूप से पढ़ा रही थी।
गिरफ्तारी से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए
आयशा की शुक्रवार को ढाका में गिरफ्तारी से बड़े ही खतरनाक और चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। असल में न्यू जेएमबी की महिला विंग की सरगना आयशा जन्नत मोहना बंगाल के हुगली जिले की धनियाखाली की रहने वाली है। परंतु, उसका असली नाम प्रज्ञा देबनाथ है जो धर्मांतरण कर मुस्लिम बनी और इसके बाद जिहादी। प्रज्ञा से आयशा बनने की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। बांग्लादेश पुलिस ने जानकारी दी है कि हुगली की एक युवती किस तरह से न्यू जेएमबी की महिला शाखा की सरगना बन गई। बांग्लादेश पुलिस की आतंकवादी रोधी शाखा (सीटीटीसी) ने शुक्रवार को ढाका के सदरघाट क्षेत्र से प्रज्ञा देबनाथ उर्फ आयशा जन्नत मोहना उर्फ जन्नतुल तसनीम को गिरफ्तार किया है। सीटीटीसी के मुताबिक आयशा न्यू जेएमबी के लिए सदस्यों की ऑनलाइन भर्ती करती थी।
अस्मा की गिरफ्तारी के बाद बन गई सरगना
इसी साल 8 फरवरी को सीटीटीसी ने जेएमबी की महिला शाखा की प्रमुख अस्मा को मोतीझील क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। तब से आयशा महिला शाखा की जिम्मेदारी संभालते हुए सरगना बन गई। बताते चलें कि हुगली से सटे बर्द्धमान जिले के खगरागढ़ में वर्ष 2014 में विस्फोट के बाद जेएमबी संगठन के बंगाल में सक्रिय होने का मामला सामने आया था। तीन दर्जन से अधिक जेएमबी आतंकियों की भारत में गिरफ्तारी हो चुकी है। यही नहीं कुछ माह पहले बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बादुरिया से लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखने वाली महिला आतंकी तानिया परवीन की गिरफ्तारी हुई थी।