West Bengal: पूर्व विधायक व भाजपा नेत्री वैशाली डालमिया के बेटे पर हमला, टीएमसी को ठहराया जिम्मेदार
West Bengal भाजपा नेत्री वैशाली डालमिया के बेटे पर कुछ लोगों ने हमला किया। बेटे को पास में बैठाकर फेसबुक पर वैशाली में कहा-मेरा बेटा आज सुबह बेहला बाजार से कुछ सामान खरीदने गया था। लौटते वक्त उसकी कार पर बदमाशों ने हमला किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पूर्व विधायक व भाजपा नेत्री वैशाली डालमिया के बेटे पर कोलकाता के बेहला इलाके में कुछ लोगों ने हमला किया। वैशाली ने खुद फेसबुक लाइव कर इसकी जानकारी दी। बेटे को पास में बैठाकर फेसबुक पर वैशाली में कहा-'मेरा बेटा आज सुबह बेहला बाजार से कुछ सामान खरीदने गया था। लौटते वक्त उसकी कार पर बदमाशों ने हमला किया। मेरे बेटे की आंख के नीचे चोट लगी है। मुंह फट गया है और पेट में कार के शीशे का एक टुकड़ा घुस गया है।' वैशाखी ने आगे कहा-'कोलकाता जैसे शहर में यह सब क्या हो रहा है? ऐसा मैंने पहले कभी नहीं देखा। पुलिस बदमाशों को पकड़ कर थाने ले गई है। इस बीच, भाजपा नेता व बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा-' पूर्व विधायक व भाजपा नेत्री वैशाली डालमिया के बेटे पर हमले की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। तृणमूल के गुंडों ने उसे बेरहमी से पीटा। मैं इस लज्जाजनक घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।'
गौरतलब है कि हावड़ा जिले की बाली विधानसभा सीट से तृणमूल विधायक रहीं वैशाली ने विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने भाजपा के टिकट पर उसी सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थीं। वैशाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत जगमोहन डालमिया की पुत्री हैं।इसी साल जनवारी में मंत्री पद से राजीब बनर्जी के इस्तीफे के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेतृत्व ने पिछले कुछ समय से बागी तेवर अपनाए हावड़ा के बाली से तृणमूल विधायक बैशाली डालमिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। तृणमूल की अनुशासन कमेटी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उनको दल से निष्कासित करने का फैसला किया। बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत जगमोहन डालमिया की बेटी बैशाली ने मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले राजीब बनर्जी के पक्ष में बयान दिया था। इससे पहले उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले उत्तर हावड़ा से ही विधायक लक्ष्मी रतन शुक्ला का भी समर्थन किया था।
बैशाली पिछले कुछ समय से लगातार आरोप लगा रही हैं कि दल के भीतर विधायकों व मंत्रियों को लगातार अपमानित किया जा रहा है। इसी के चलते एक-एक कर लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्होंने राजीब बनर्जी के इस्तीफे के बाद उनका बचाव करते हुए कहा कि उनके इस्तीफे से न सिर्फ दल को बल्कि अनेक लोगों (आम नागरिकों) को नुकसान हुआ है, जिसके लिए वह काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें भी पार्टी में काफी अपमानित किया जाता है। दल में जो अच्छे लोग हैं उनके लिए कोई जगह नहीं है, उन्हें लगातार प्रताड़ित व अपमानित किया जा रहा है। जिन्हें स्वाभिमान है वह अपमान नहीं सह सकते हैं। वैशाली ने यह भी कहा कि पेड़ के पत्ते एक-एक कर गिरने से पेड़ को ही नुकसान होता है। दल के लोग ही दल को कमजोर कर रहे हैं। इधर, बैशाली को निष्कासित किए जाने पर हावड़ा जिला तृणमूल कांग्रेस के चेयरमैन व मंत्री अरूप राय ने कहा कि पार्टी ने सही फैसला लिया है। पार्टी को कमजोर करने की जो लोग कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। पिछले काफी समय से बैशाली तृणमूल के खिलाफ मोर्चा खोले हुई थीं।