West Bengal: विश्वभारती विश्वविद्यालय में एसएफआइ छात्र नेताओं पर हमला
Vishwa Bharati University. पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन स्थित विश्वभारती विश्वविद्यालय में माकपा की छात्र इकाई एसएफआइ के सदस्यों पर हमले की घटना प्रकाश में आई है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। Vishwa Bharati University. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के बाद अब पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन स्थित विश्वभारती विश्वविद्यालय में माकपा की छात्र इकाई स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) के सदस्यों पर हमले की घटना प्रकाश में आई है। घटना बुधवार रात की है। छात्रों ने हमले के लिए भाजपा समर्थित छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक, विश्वभारती विश्वविद्यालय के हास्टल में एनआरसी और सीएए के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बना रहे थे, तभी बाहर से आए कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। घटना में छात्र संगठन के नेता स्वप्निल मुखर्जी तथा शंभुनाथ गंभीर व फाल्गुनी पान को आंशिक रूप से चोट आई है। उन्हें विवि के पियरसन मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसएफआइ ने इस मामले में अचिंतो बागदी को मुख्य आरोपी बताते हुए एबीवीपी के कई छात्र नेताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। एसएफआइ ने अचिंतो को एबीवीपी का नेता बताया है। हमले में घायल एसएफआइ नेता स्वप्निल मुखर्जी ने बताया कि बुधवार देर रात 11:00 बजे के करीब एबीवीपी के लोगों ने बाहर से गुंडा बुलाकर हमला करवाया।
हमले के दौरान वे विद्या भवन हॉस्टल के पास थे। हमलावर लाठी, डंडा और रॉड लेकर हास्टल में आए थे। स्वप्निल का आरोप है कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद विवि परिसर में बाहरी गुंडे कैसे दाखिल हुए। एसएफआइ ने हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दी है। इस संबंध में वीसी की प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है। उधर, एबीवीपी के कथित छात्र नेता अचिंतो ने हमले में शामिल होने से इन्कार किया है। उसने कहा है कि एबीवीपी से उसका कोई संबंध नहीं है। वह तृणमूल कांग्रेस का सदस्य है। वहीं, तृणमूल ने साफ किया है कि अचिंतो का उससे कोई संबंध नहीं है। हमले के बाद से ही विवि परिसर में तनाव का माहौल है।