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West Bengal :52 साल की उम्र में परीक्षा पास कर प्रतिमा देवी ने साबित किया कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं

52 साल की उम्र में परीक्षा पास कर प्रतिमा देवी ने साबित किया कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं शादी के बाद छूट गई थी पढा़ई बड़े बेटे ने फिर से की पढ़ाई की व्यवस्था

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 08:21 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 10:42 AM (IST)
West Bengal :52 साल की उम्र में परीक्षा पास कर प्रतिमा देवी ने साबित किया कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं
West Bengal :52 साल की उम्र में परीक्षा पास कर प्रतिमा देवी ने साबित किया कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। किसी ने सच कहा है कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती। प्रतिमा गंगोपाध्याय ने 52 साल की उम्र में उच्च माध्यमिक (12वीं) परीक्षा पास कर इस उक्ति को फिर से चरितार्थ किया है। खड़दह की रहड़ा रामकृष्ण पल्ली की रहने वाली प्रतिमा देवी शादी के बाद भी पढ़ना चाहती थीं, लेकिन दो बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी के कारण यह संभव नहीं हो पाया। उनके मन में इस बात को लेकर अफसोस था और वे अपने बड़े बेटे आयन से अक्सर इसका जिक्र किया करती थीं।

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अयन, जो कि पेशे से अधिवक्ता हैं और बैरकपुर बार एसोसिएशन के सदस्य भी है, ने तर कर लिया था कि वह अपनी मां को पढा़एगा। बेटे के कहने पर प्रतिभा देवी ने फिर से पढ़ाई शुरू की। उन्होंने खड़दह के बांदीपुर आइडियल एकेडमी ऑफ गर्ल्स स्कूल से 251 अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा पास की है।

प्रतिमा देवी के पास होने से उनका परिवार काफी खुश है। प्रतिमा देवी घर के कामकाज निपटाकर नियमित रूप से स्कूल जाया करती थीं और स्कूल से लौटकर फिर घर के कामकाज में लग जाती थीं। प्रतिमा देवी अब यहीं रुकना नहीं चाहतीं। वह आगे ग्रेजुएशन और उसके बाद एमए की पढ़ाई करना चाहती हैं। प्रतिमा देवी के पति अरविंद गंगोपाध्याय एक निजी कंपनी में काम करते हैं। 


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