बंगाल की संस्कृति से खुद को जोडऩे की दिशा में एक और कदम, पहली बार भाजपा के मेन्यू में मछली के व्यंजन
बंगाल की संस्कृति से खुद को जोडऩे की दिशा में एक और कदम। बंगाल में पहली बार भाजपा के मेन्यू में मछली के व्यंजन देखने को मिला है। इससे पहले अब तक भाजपा की विभिन्न बैठकों में व्यंजन पूर्ण रूप से शाकाहारी रहता था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की संस्कृति से खुद को जोडऩे की दिशा में एक और कदम। बंगाल में पहली बार भाजपा के मेन्यू में मछली के व्यंजन देखने को मिला है। इससे पहले अब तक भाजपा की विभिन्न बैठकों में व्यंजन पूर्ण रूप से शाकाहारी रहता था। सोमवार को कोलकाता में हुई भाजपा की राज्य समिति की बैठक में फिश फ्राई से लेकर मछली के विभिन्न तरह के व्यंजन परोसे गए थे। बैठक में भाजपा के अखिल भारतीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के अलावा पार्टी के विधायक और सांसद भी मौजूद थे।
बैठक में शामिल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि पार्टी बंगाल में विभिन्न तरह के बदलाव कर रही है। हालांकि खाने के मेन्यू में मछली को शामिल कर नई प्रथा की शुरुआत की गई है। यह आगे भी जारी रहेगी। बताते चलें कि भाजपा के केंद्रीय नेता शुरू से ही शाकाहारी व्यंजन के पक्षधर रहे हैं। दूसरी ओर सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा बंगाल की संस्कृति से खुद को पूरी तरह से जोडऩा चाहती है। मेन्यू में मछली को शामिल करना इसी कड़ी का हिस्सा है।
बताते चलें कि तृणमूल नेत्री ममता बनर्जी को खुद यह कहते सुना गया है कि भाजपा बंगालियों की पार्टी नहीं है। उन्होंने विधानसभा चुनाव को दौरान भाजपा के केंद्रीय नेताओं को बाहरी बताया था। वहीं भगवा खेमा खुद को बंगाल की पार्टी के रूप में पेश करने के लिए बेताब है। विधानसभा चुनाव में भाजपा का आशानुरूप प्रदर्शन नहीं रहा है। इसके बाद से बंगाल भाजपा ने राज्य में तरह-तरह की रणनीतियां बदली हैं। राज्य समिति की बैठक में बीएल संतोष ने पार्टी की मजबूती पर जोर दिया।