बंगाल में अमित शाह की हुंकार, अकेली रह जाएंगी ममता, 200 सीटों के साथ BJP की बनाएंगे सरकार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को मेदिनीपुर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए ममता सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने जिस मां माटी व मानुष के नारे के साथ सत्ता में आई थी उसे तोलाबाजी भतीजावाद और भ्रष्टाचार में बदल दिया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह ने शनिवार को मेदिनीपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए ममता सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने जिस मां, माटी व मानुष के नारे के साथ सत्ता में आई थी उसे तोलाबाजी, भतीजावाद और भ्रष्टाचार में बदल दिया।
शाह ने इस दौरान ममता बनर्जी को जोर का झटका देते हुए तृणमूल के बागी नेता सुवेंदु अधिकारी सहित 10 विधायकों, एक सांसद, एक पूर्व मंत्री व अन्य को भाजपा में शामिल करवाया। इसके बाद शाह ने हुंकार भरते हुए कहा कि अभी तो यह शुरुआत हुई है। विधानसभा चुनाव आते-आते ममता बनर्जी अकेली रह जाएंगी। शाह ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इससे हम डरने वाले नहीं हैं। हमारे 300 से ज्यादा कार्यकर्ता मारे गए हैं। आप जितनी हिंसा करोगी, भाजपा के कार्यकर्ता उतने जोर से आपका सामना करेंगे। कितने लोगों को मारेंगी, पूरा बंगाल आपके खिलाफ खड़ा हो गया है।
शाह ने कहा कि जब विधानसभा चुनाव का परिणाम आएंगे तो देख लेना भाजपा 200 सीटों से ज्यादा सीटों के साथ बंगाल में सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि बंगाल में सभी समस्याओं का समाधान केवल भाजपा कर सकती है। चुनाव तक हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को तृणमूल को हराने का काम करना है। तृणमूल, कांग्रेस और लेफ्ट से आने वाले सभी नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए शाह ने बंगाल की जनता का आह्वान करते हुए कहा- आपने तीन दशक तक कांग्रेस को मौका दिया, 34 साल लेफ्ट को दिया, 10 साल ममता को दिया, पांच साल भाजपा को दे दीजिए, हम बंगाल को सोनार बांग्ला बना देंगे।
सुवेंदु सहित 10 विधायकों ने शाह की उपस्थिति में थामा भगवा झंडा
शाह की इस सभा के दौरान तृणमूल छोडऩे वाले कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी सहित 10 विधायकों, एक तृणमूल सांसद, एक पूर्व मंत्री एवं बड़ी संख्या में तृणमूल सहित कांग्रेस व वाममोर्चा के नेताओं ने भाजपा का दामन थामा। विधायकों में सात तृणमूल के, माकपा व भाकपा के एक-एक एवं कांग्रेस के एक शामिल हैं। ये सभी सुवेंदु के बेहद करीबी हैं। इनके अलावा 15 काउंसलर, 45 चेयरमैन और जिला पंचायत के दो अध्यक्ष सहित तृणमूल के प्रदेश स्तर के कई पदाधिकारी एवं अल्पसंख्यक सेल के भी कई नेता भाजपा में शामिल हुए।
गौरतलब है कि सुवेंदु का भाजपा में शामिल होना ममता बनर्जी के लिए बहुत बड़ा झटका है। सुवेंदु नंदीग्राम आंदोलन के पोस्टर बॉय रहे हैं। इसी नंदीग्राम आंदोलन ने ममता बनर्जी के 2011 में बंगाल की सत्ता पर काबिज होने में अहम भूमिका निभाई थी। सुवेंदु के पिता व भाई भी सांसद हैं।
ये-ये विधायक, सांसद व पूर्व मंत्री भाजपा में हुए शामिल
सुवेंदु अधिकारी के अलावा भाजपा में शामिल होने वालों में बद्र्धमान पूर्व के तृणमूल सांसद सुनील मंडल, अलीपुरद्वार से पूर्व तृणमूल सांसद दशरथ तिर्के, वणश्री मैती (तृणमूल विधायक, उत्तर कांथी, पूर्व मेदिनीपुर), तापसी मंडल (माकपा विधायक, हल्दिया, पूर्व मेदिनीपुर), अशोक डिंडा (भाकपा विधायक, तमलुक, पूर्व मेदिनीपुर), सुदीप मुखर्जी (कांग्रेस विधायक, पुरुलिया), विश्वजीत कुंडू (तृणमूल विधायक, कालना, पश्चिम बद्र्धमान), सैकत पांजा (तृणमूल विधायक, मंतेश्वर), शीलभद्र दत्त (तृणमूल विधायक, बैरकपुर, उत्तर 24 परगना), दीपाली विश्वास (तृणमूल विधायक, गाजोल, मालदा), सुकरा मुंडा (तृणमूल विधायक, नागराकाटा, जलपाईगुड़ी) तथा पूर्व मंत्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी शामिल हैं।
सभा मंच से सुवेंदु की हुंकार, तोलाबाज भाईपो हटाओ
भाजपा में शामिल होने के बाद सुवेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। सभा मंच से उन्होंने हुंकार भरते हुए ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का नाम नहीं लेते हुए उन्हेंं सार्वजनिक रूप से रंगदार करार दिया तथा तोलाबाज भाईपो ( रंगदार भतीजा) हटाओ का नारा दिया। भाजपा में शामिल होने के बाद सुवेंदु ने पीएम मोदी और अमित शाह की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने पीएम मोदी को देश की आन बान और शान करार दिया। सुवेंदु ने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में तृणमूल दूसरे नंबर पर होगी जबकि भाजपा की सरकार बनेगी।
मेदिनीपुर में दो मंदिरों के अलावा खुदीराम बोस के घर भी गए शाह
मेदिनीपुर में जनसभा से पहले शाह महान क्रांतिकारी खुदीराम बोस के घर जाकर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया। उन्होंने उनके परिवार के लोगों के साथ भी बात की। इसके बाद शाह सिद्धेश्वरी काली मंदिर एवं महामाया मंदिर भी गए और पूजा की। इससे पहले मेदिनीपुर रवाना होने से पूर्व शाह कोलकाता में स्वामी विवेकानंद के पैतृक घर भी गए और उन्हें नमन किया।
किसान के घर भोजन भी किया
शाह ने दोपहर में मेदिनीपुर के बेलिजुरी गांव में किसान सनातन सिंह के घर में जमीन पर बैठकर भोजन भी किया।