तृणमूल ने अपने लोगो से 'काग्रेस' हटाने से किया इनकार
-पार्टी ने खबरों का किया खंडन कहा चुनाव आयोग में तृणमूल कांग्रेस पंजीकृत -1 जनवरी1998 क
-पार्टी ने खबरों का किया खंडन, कहा चुनाव आयोग में तृणमूल कांग्रेस पंजीकृत
-1 जनवरी,1998 को चुनाव आयोग द्वारा नाम और प्रतीक को मिली थी मंजूरी
जागरण संवाददाता, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल काग्रेस ने साफ किया है कि पार्टी के नाम से 'काग्रेस' शब्द को नहीं हटाया गया है। पार्टी की तरफ से रविवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस तरह की सभी खबरें गलत हैं। दरअसल, तृणमूल ने लोकसभा चुनाव से पहले अपना नया लोगो जारी किया है। इसके बाद शनिवार को मीडिया में ऐसी खबरें आई की तृणमूल काग्रेस के नाम से काग्रेस शब्द को हटा दिया गया है। जिसके बाद अब पार्टी ने इस पर सफाई दी है। हालाकि अब पार्टी की तरफ से सफाई आने के बाद इस तरह की सभी अटकलों पर विराम लग चुका है।
बयान में कहा गया है कि चुनाव आयोग के साथ पंजीकृत पार्टी का नाम अखिल भारतीय तृणमूल काग्रेस है। 1 जनवरी, 1998 को चुनाव आयोग द्वारा नाम और प्रतीक (फूल और घास) को मंजूरी दी गई थी। हालाकि अब यह पूरी तरह से साफ हो गया है कि पार्टी का नाम तृणमूल काग्रेस ही रहेगा। वहीं, आपको बता दें कि तृणमूल काग्रेस के इस नए लोगों को पार्टी के आधिकारिक फेसबुक एवं ट्विटर पेज पर लगा दिया गया है। दरअसल हाल के दिनों में पश्चिम बंगाल के सियासी हलचल पर नजर डालें तो इसमें तेजी से बदलाव आया है।
उधर, तृणमूल के साथ काग्रेस के रिश्ते भी बेहतर नहीं दिख रहे हैं। शनिवार को ही पश्चिम बंगाल के मालदा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे काग्रेस अध्यक्ष राहुल गाधी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा था और कहा था कि ममता बनर्जी अकेले सरकार चलाती हैं और जनता की सहभागिता नहीं होती है। उन्होंने वर्तमान सरकार की तुलना राज्य की पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार से भी की थी।