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Air pollution: कोलकाता के मैदान इलाके में चिंताजनक तरीके से बढ़ा वायु प्रदूषण, पर्यावरणविदों ने जताई आशंका

Air pollution कोलकाता मैदान इलाके का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) बढ़ता जा रहा है जिसे लेकर पर्यावरणविद् चिंतित हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 09:43 AM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 09:43 AM (IST)
Air pollution: कोलकाता के मैदान इलाके में चिंताजनक तरीके से बढ़ा वायु प्रदूषण, पर्यावरणविदों ने जताई आशंका
Air pollution: कोलकाता के मैदान इलाके में चिंताजनक तरीके से बढ़ा वायु प्रदूषण, पर्यावरणविदों ने जताई आशंका

कोलकाता, जागरण संवाददाता। west bengal का फेफड़ा कहे जाने वाले कोलकाता मैदान इलाके का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) बढ़ता जा रहा है, जिसे लेकर पर्यावरणविद् चिंतित हैं। कोलकाता मैदान इलाके में पीएम 2.5 स्तर लगातार चौथे दिन 100 के पार देखा गया है। पिछले छह महीने में पहली बार ऐसा हुआ है। विक्टोरिया एवं फोर्ट विलियम में स्थित दो वायु निरीक्षण स्टेशनों के आंकड़ों के मुताबिक कोलकाता मैदान इलाके में पीएम 2.5 स्तर 150 से 200 के बीच देखा गया।

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पर्यावरणविद् सुभाष दत्ता ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में वायु का स्तर और बिगड़ सकता है, जिससे मौसम का पैटर्न भी बदलने की आशंका है। उन्होंने आगे कहा कि मानसून अब विदा लेने वाला है, जिससे आने वाले दिनों में बारिश नहीं होगी और एक्यूआइ में और बढ़ोतरी होगी।

गौरतलब है कि पीएम 2.5 स्तर 100-200 के बीच होने पर सांस लेने में परेशानी हो सकती है। अस्थमा, फेफड़ा और दिल की बीमारियां भी हो सकती है। पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसी) के अधिकारियों ने कहा कि वायु प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके नतीजे सर्दी के दिनों में देखने को मिलेंगे।

पर्यावरणविद् एसएम घोष ने दावा किया कि एक्यूआइ बढ़ने का कारण हाल में हुआ दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन और रेड रोड पर पिछले दिनों हुआ पूजा कार्निवल है। उस दौरान रेड रोड से बड़ी तादाद में बड़े वाहन गुजरे थे। इस बारे में कोलकाता के डिप्टी मेयर अतिन घोष ने कहा कि पर्यावरणविद् राज्य में उत्सव के आनंद को बंद करना चाहते हैं। उन्हें ऐसा करने के बजाय पर्यावरण विभाग के साथ मिलकर हरियाली फैलाने और सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने के प्रति जागरुकता फैलाने में सहयोग करना चाहिए।


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