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अग्निमित्रा ने कहा- 'तालिबानी अंदाज में शासन कर रही ममता बनर्जी, शांतिनिकेतन में अशांति ला दी

पौष मेला ग्राउंड में निर्माणाधीन दीवार तोड़ने की घटना को लेकर बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पर साधा निशाना शांतिनिकेतन केंद्र की संपत्ति

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 03:08 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 03:08 PM (IST)
अग्निमित्रा ने कहा- 'तालिबानी अंदाज में शासन कर रही ममता बनर्जी, शांतिनिकेतन में अशांति ला दी
अग्निमित्रा ने कहा- 'तालिबानी अंदाज में शासन कर रही ममता बनर्जी, शांतिनिकेतन में अशांति ला दी

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। शांतिनिकेतन का अर्थ शांत परिवेश वाला घर होता है लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वहां अशांति ला दी है। विश्वभारती विश्वविद्यालय के पास पौष मेला ग्राउंड में निर्माणाधीन दीवार तोड़ने की घटना को लेकर बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पाल ने मुख्यमंत्री पर रविवार को इसी तरह से निशाना साधा।

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उन्होंने कहा-'ममता तालिबानी अंदाज में शासन कर रही हैं। जो बात उन्हें पसंद नहीं, उसे नहीं सुनती। वह पौष मेला ग्राउंड में दीवार खड़ी होते नहीं देखना चाहती थी इसलिए तृणमूल कांग्रेस के गुंडों से उसे तुड़वा दिया।' हाल में विश्वभारती के दौरे से लौटी अग्निमित्रा ने आगे कहा-'मैंने घटना को लेकर विश्वभारती के कुलपति प्रोफेसर विद्युत चक्रवर्ती के साथ बैठक की।

उन्होंने मुझे बताया कि पौष मेला ग्राउंड में शाम सात बजे के बाद असामाजिक गतिविधियां शुरू हो जाती हैं, जिसमें तृणमूल के ही लोग शामिल हैं। इसे रोकने के लिए ही वहां दीवार खड़ी करने का निर्णय लिया गया था। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण भी इसकी अनुमति देता है। दीवार खड़ी होने पर भी वहां खेलकूद व सुबह-शाम टहलकदमी करने आने वालों को कोई परेशानी नहीं होती लेकिन तृणमूल ने बाहर से गुंडे बुलवाकर उसे तुड़वा दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने विश्वभारती के एक गेट को भी तोड़ डाला।' अग्निमित्रा ने कहा-'शांतिनिकेतन केंद्र सरकार की संपत्ति है इसलिए इसमें राज्य सरकार को कुछ भी बोलने और इससे जुड़े किसी भी मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।'

अग्निमित्रा अपने विश्वभारती दौरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहि। पिछले नौ वर्षों से राज्य में पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। ममता, जो मुख्यमंत्री के साथ-साथ राज्य की गृहमंत्री भी हैं, ने पुलिस की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया है। जो पुलिसकर्मी अच्छा काम करना चाहते हैं, उनका ट्रांसफर कर दिया जाता है।' 


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