तृणमूल विधायक जितेंद्र तिवारी के बाद अब उनके समर्थक तीन पार्षदों ने थामा भाजपा का दामन
West Bengal Assembly Election 2021 टीएमसी के विधायक जितेंद्र तिवारी के भाजपा में शामिल होने के बाद बुधवार को उनके समर्थक तीन और पार्षदों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है। इनमें दो कुल्टी नगर पालिका के पार्षद व एक आसनसोल नगर निगम के पार्षद शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस को लगातार झटका लग रहा है। आसनसोल के पूर्व मेयर व पांडवेश्वर से तृणमूल के विधायक जितेंद्र तिवारी के भाजपा में शामिल होने के अगले ही दिन बुधवार को उनके समर्थक तीन पार्षदों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया। तीनों आसनसोल नगर निगम के पार्षद हैं। जितेंद्र तिवारी की अगुवाई में तीनों पार्षदों ने कोलकाता में भाजपा के चुनावी कार्यालय में बुधवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की मौजूदगी में भाजपा का झंडा थामा।
दिलीप घोष ने तीनों पार्षदों को भाजपा का झंडा देकर पार्टी में स्वागत किया। भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों में साधन पाल, इमैनुअल व्हीलर (बापी) एवं अमित तुलसियान हैं। इस मौके पर आसनसोल से भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भी मौजूद थे। इनके अलावा कई और लोगों ने भी इस दिन भाजपा का दामन थामा। इनमें अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रेसिडेंट मोहिम चंद्र सरकार के नेतृत्व में 51 लोगों ने भाजपा की सदस्यता लीं। इसके अतिरिक्त कोलकाता से सटे विधाननगर नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) देवाशीष जाना, युवा तृणमूल के पूर्व उपाध्यक्ष अनिरुद्ध राय चौधरी, टेबल टेनिस खिलाड़ी निलय बसाक, पूर्व सरकारी अधिकारी यूके गुप्ता व पार्थसारथी मित्रा सहित कई व्यवसायी व अन्य लोग शामिल हैं, जिन्होंने भाजपा का झंडा थामा। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने सभी का स्वागत किया।
बताते चलें कि आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी एक दिन पहले हुगली के बैद्यवाटी में दिलीप घोष की मौजूदगी में मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए थे। तिवारी का आसनसोल के हिंदी भाषी क्षेत्र में खासा प्रभाव है। उनका भाजपा में शामिल होना तृणमूल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा हैं।
दिसंबर में ही पार्टी बदलने वाले थे
गौरतलब है कि गत दिसंबर माह में राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम के साथ विवाद के बाद जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल नगर निगम के प्रशासक पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बताया जाता है कि तिवारी दिसंबर में ही कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी के साथ भाजपा में शामिल होने वाले थे, लेकिन आसनसोल से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने उनके भाजपा में शामिल करने पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद तिवारी को फिर से तृणमूल में ही रहने के लिए बाध्य होना पड़ा था। वहीं, अब बाबुल के सुर बदल गए हैं और तिवारी के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि वह पुरानी बातें भूलकर मिलकर काम करना चाहते हैं।
अब तक 10 से ज्यादा टीएमसी विधायक छोड़ चुके हैं पार्टी
करीब तीन महीने के अंदर 10 से ज्यादा टीएमसी विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इनमें दो कद्दावर पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी और राजीब बनर्जी भी शामिल हैं। इसके अलावा बर्द्धमान पूर्व से टीएमसी सांसद सुनील मंडल भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।