भवानीपुर विस चुनाव के नतीजे आने के बाद बंगाल में भाजपा के चार और विधायकों के टीएमसी में शामिल होने की अटकलें तेज
अटकलें - तीन सीटों पर हुए चुनाव में तृणमूल की प्रचंड जीत के बाद भाजपा को लग सकता झटका। खड़गपुर से हिरन चटर्जी दार्जिलिंग से नीरज जिम्बा कूचबिहार उत्तर से सुकुमार राय और सोनामुखी के विधायक दिबाकर घरामी की चर्चा हैं। पार्टी से दूरी बनाकर चल रहे हैं चारों विधायक।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में भवानीपुर समेत तीन विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रचंड जीत के बाद अब भाजपा को एक और बड़ा झटका लग सकता है। चुनाव नतीजे सामने आने के बाद चार और भाजपा विधायकों के टीएमसी में शामिल होने की अटकलें तेज है। इनमें खड़गपुर से हिरन चटर्जी, दार्जिलिंग से नीरज जिम्बा, कूचबिहार उत्तर से सुकुमार राय और सोनामुखी के विधायक दिबाकर घरामी के नाम की चर्चा हैं।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, ये चारों विधायक पिछले कुछ दिनों से पार्टी के कई कार्यक्रमों से अनुपस्थित रहे हैं। इन चारों के बारे में पहले से भी चर्चा चल रही है और पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं। यही नहीं, पिछले हफ्ते कोलकाता में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के सम्मान समारोह में भी ये चारों विधायक शामिल नहीं हुए थे, जबकि पार्टी ने अपने सभी विधायकों को उपस्थित होने के लिए सचेत किया था।
इधर, इन अटकलों पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा- मुझे अब भी विश्वास है कि हमारे कोई भी नेता पार्टी नहीं छोड़ेंगे। मैं फिर से अपने सभी विधायकों और सांसदों से हमारे साथ रहने की अपील करूंगा। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर फिर भी कोई विधायक ऐसा करते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं होगी। मतदाता पार्टी से जुड़े रहते हैं न कि नेताओं से। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमारे आदर्शों में विश्वास रखने वाले हमारा साथ नहीं छोड़ेंगे। लोगों की एक पार्टी के प्रति वफादारी होती है न कि किसी व्यक्ति के प्रति।
'टीएमसी बना रही विधायकों पर दलबदल करने का दबाव'
वहीं, नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर प्रदेश भाजपा के एक नेता ने दावा किया कि कुछ विधायक निजी कारणों से पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ जगहों पर टीएमसी हमारे विधायकों पर दलबदल करने का दबाव बना रही है। उनके खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्हें ऐसा निर्णय लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि दो मई को बंगाल में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से मुकुल राय सहित चार विधायक भाजपा छोड़ टीएमसी में शामिल हो चुके हैं। पिछले हफ्ते रायगंज से भाजपा विधायक कृष्ण कल्याणी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और उनके भी टीएमसी में शामिल होने की अटकलें हैं। इससे पहले पिछले महीने पूर्व केंद्रीय मंत्री व आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो भी भाजपा छोड़ टीएमसी में शामिल हो गए थे। पार्टी में भगदड़ से भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।