Bengal Assembly Elections: विधानसभा चुनाव से पहले अधीर रंजन चौधरी की अपील, सभी पुराने कांग्रेसी घर वापस आएं
शुभेंदु अधिकारी के लिए कांग्रेस का दरवाजा खुला रखने वाले अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस भले ही शुभेंदु अधिकारी को लेकर दावे कर रही है कि समस्या का समाधान हो गया है. लेकिन हकीकत यह है कि शुभेंदु ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मंत्री पद से हाल में इस्तीफा देने वाले तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी के लिए कांग्रेस का दरवाजा खुला रखने वाले प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस भले ही शुभेंदु अधिकारी को लेकर दावे कर रही है कि समस्या का समाधान हो गया है. लेकिन हकीकत यह है कि शुभेंदु ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। लिहाजा कौन क्या कहता है, यह मायने नहीं रखता। मायने शुभेंदु अधिकारी रखते हैं।
उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में तृणमूल कांग्रेस का नाम लेनेवाला कोई नहीं रहेगा। कांग्रेस पहले भी थी और भविष्य में भी रहेगी। लिहाजा वह उन सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि जो लोग पार्टी छोड़ कर गये हैं, वे सांप्रदायिक पार्टी भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस में लौट आयें। उन सभी को योग्य सम्मान मिलेगा। जानकारी के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस के सांसद व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने खुद पहल करते हुए शुभेंदु अधिकारी के साथ मंगलवार रात एक बैठक की। बैठक में सौगत राय, प्रशांत किशोर और सुदीप बंद्योपाध्याय भी शामिल हुए थे।
खबर है कि बैठक के दौरान शुभेंदु से ममता बनर्जी की भी फोन पर बात करायी गयी थी। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, बैठक सौहार्द्रपूर्ण माहौल में हुई। शुभेंदु ने भी अपनी बातें रखीं। लेकिन अगले ही दिन बुधवार को शुभेंदु ने साफ कर दिया कि पार्टी के साथ काम करना असंभव है।
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत राय को व्हाट्सएप मैसेज के जरिए यह बात कहीं। शुभेंदु ने बैठक की बातें मीडिया में सार्वजनिक किए जाने पर भी नाराजगी जताई। उल्लेखनीय है कि पिछले कई महीने से पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे शुभेंदु ने हाल में राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से उनके भाजपा में शामिल होने की लगातार अटकलें लगाई जा रही है। हालांकि शुभेंदु ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उनकी ओर से कहा गया है कि आगामी 6 दिसंबर को वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसमें आगे की रणनीति के बारे में वह खुलासा कर सकते हैं। बताते चलें कि राज्य में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं।