बिहार में पत्रकार हत्याकांड के आरोपित बंगाल के चंदननगर से गिरफ्तार
बिहार में 20 मई को पत्रकार सुभाष कुमार गुप्ता की हत्या हुई थी। बिहार के बेगूसराय जिले में घटना को अंजाम दिया था। ये तीनों आरोपित प्रियांशु (21) रोशन कुमार (22) व सौरव कुमार (18) खगडिय़ा थाना के अंतर्गत छोटारानी शाखापूरा ग्राम के रहने वाले हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बिहार में पत्रकार हत्याकांड के आरोपित बंगाल के चंदननगर से गिरफ्तार किए गए हैं। हुगली जिले के चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर बिहार में पत्रकार सुभाष कुमार गुप्ता की हत्या करने का आरोप है। पुलिस का दावा है कि जिरह में आरोपितों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी विदितराज बुंदेश ने बताया कि बिहार के बेगूसराय जिले में घटना को अंजाम दिया था। ये तीनों आरोपित प्रियांशु (21), रोशन कुमार (22) व सौरव कुमार (18) खगडिय़ा थाना के अंतर्गत छोटारानी शाखापूरा ग्राम के रहने वाले हैं। हत्या की शिकायत बिहार के बखरी थाना में दर्ज कराई गई थी। चंदननगर के स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि तीन संदिग्ध युवक गोस्वामी गंगा तट पर घूम रहे हैं। शख्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आइसी सुवेंदु बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस ने गुरुवार की देर रात चंदननगर में गंगा किनारे से तीनों बदमाशों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान इन लोगों ने बताया कि बीते 20 मई से हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार थे। आरोपित मध्य प्रदेश के कटनी, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा होते हुए बंगाल के हुगली में आए हुए थे।
20 मई को पत्रकार की हुई थी हत्या :
बता दें कि बिहार के बेगूसराय जिले के सांको गांव निवासी पत्रकार सुभाष कुमार गुप्ता 20 मई को गांव के एक विवाह समारोह में गए थे। घर के रास्ते में चार शरारती महिलाओं से अभद्र टिप्पणी कर रही थें और भद्दे इशारे कर रहे थे। घटना का सुभाष ने विरोध किया। बदमाशों से सुभाष का झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान बदमाशों ने सुभाष की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए। मृत पत्रकार के परिवार ने बदमाशों के खिलाफ बिहार के बखरी थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था। मृतक के परिवार और दोस्तों ने दावा किया था कि सुभाष ने हाल ही में बाली माफियाओं की आपराधिक गतिविधियों के बारे में खबरें प्रकाशित की थी। इससे माफिया नाराज थे। हत्या की यही वजह है।
पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की :
डीसीपी विदितराज बुंदेश ने कहा कि पुलिस को भ्रमित करने के लिए आरोपितों ने पहले अपना आधार कार्ड दिखाया और गलत पता और जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वे काम की तलाश में बिहार से बंगाल आए हैं। लेकिन पुलिस द्वारा लंबी पूछताछ के बाद आखिरकार वे टूट गए और उन्होंने पत्रकार की हत्या की बात कबूल कर ली। चंदननगर कमिश्नरेट पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क किया और सभी सूचनाओं का आदान-प्रदान करके पुष्टि की कि तीनों बदमाश बिहार में एक पत्रकार की हत्या में शामिल थे। पुलिस ने संदिग्धों के पास से फर्जी आधार कार्ड, चार मोबाइल फोन, दिल्ली मेट्रो का एक टोकन और कुछ पैसे बरामद किए हैं। चंदननगर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 465/468/473/320बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।