संचित किया हुआ धर्म श्रद्धालु भक्त, साधक की रक्षा करता है : सच्चिदानंद तीर्थ महाराज
श्री सच्चिदानंद तीर्थ महाराज ने कोलकाता एवं कल्याणी आगमन पर आशीर्वचन में कहा धर्मो रक्षति रक्षतः सनातन वैदिक भारतीय संस्कृति की परम्परा है । उन्होंने कहा विडम्बना है कि गौसंरक्षण गौसेवा के प्रति सनातन वैदिक संस्कृति की परम्परा को भारतवासी भूलते जा रहे हैं
राज्य ब्यूरो, कोलकाता । कियाश्री कांची पीठ (कांचीपुरम) के परम्परागत संरक्षक श्री सच्चिदानंद तीर्थ महाराज ने कोलकाता एवं कल्याणी आगमन पर आशीर्वचन में कहा धर्मो रक्षति रक्षतः, सनातन वैदिक भारतीय संस्कृति की परम्परा है । संचित किया हुआ धर्म श्रद्धालु भक्त, साधक की रक्षा करता है, इसलिए धर्म का हनन कभी नहीं करना चाहिये । माता-पिता के संस्कार को अपना कर धर्म के मार्ग पर चलते हुए नैतिक कर्तव्य, परोपकार, सेवाकार्य करने की उन्होंने प्रेरणा दी ।
गुरुकुल गोशाला, कल्याणी में पोद्दार सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन डॉ. अशोक पोद्दार एवं ट्रस्टियों की सराहना करते हुए उन्होंने कल्याणी में निर्माणाधीन श्री जगन्नाथ मन्दिर के लिये शुभकामना दी । उन्होंने कहा विडम्बना है कि गौसंरक्षण, गौसेवा के प्रति सनातन वैदिक संस्कृति की परम्परा को भारतवासी भूलते जा रहे हैं । गोमाता के दूध से बच्चों का पालन-पोषण एवं दूध के उत्पादों से रोजगार, आर्थिक आत्म निर्भरता के साथ ही चिकित्सा एवं धार्मिक आयोजनों में गोमाता का पूज्य स्थान है । उन्होंने कहा कुलदेवी-देवताओं की पूजा के साथ गोसेवा स्वधर्म है । अशोक झा ने सनातन हिन्दू धर्म एवं शंकराचार्य परम्परा पर अपने विचार व्यक्त किये ।
वृन्दावम दास महाराज, सरोज शर्मा, गोसेवक परिवार ने भजनों की अमृत वर्षा से भाव विभोर किया । डॉ. कौशल किशोर दुबे, साई कुमार शर्मा, दीपक पांडेय, अशोक झा एवं अतिथियों का स्वागत डॉ. अशोक पोद्दार, बृजमोहन नांगलिया, सत्यनारायण अग्रवाल, प्रयागराज बंसल, ताराचंद मरदा, अजय डागा, विजय बागला ने किया । रामलाल तिवारी, दीपक मिश्रा, मुकेश शर्मा, जे पी सुगन्ध, संजय सांगानेरिया, चन्द्रकान्त झा, मालचन्द चाण्डक, उषा गुप्ता, राजू शर्मा, अभय पांडेय एवं श्रद्धालु भक्त सक्रिय रहे । समारोह का संचालन एवं सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन राजेन्द्र कुमार सोनी ने किया ।