शाह पर अभिषेक का पलटवार, आदिवासी के घर भोजन की बजाय वास्तविक मुद्दों पर क्यों नहीं कर रहे बात?
तृणमूल नेता ने कहा कि आदिवासी परिवार के घर पर भोजन करने की बजाय शाह दलितों आदिवासी और पिछड़ी जातियों से जुड़े लोगों की समस्याओं के सामाधान और वास्तविक मुद्दों को लेकर बातें क्यों नहीं कर रहे हैं?
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल दौरे के दौरान बांकुड़ा पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने वहां एक आदिवासी परिवार के घर पर दोपहर का भोजन किया। इसी दिन बातचीत के दौरान शाह ने राज्य सरकार और तृणमूल कांग्रेस की जमकर आलोचना की और इस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
इधर, शाह के इस कदम पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने पलटवार किया है। अभिषेक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलितों और पिछड़ी जातियों से जुड़े लोगों पर होने वाले अत्याचार की बात किसी से अब छिपी नहीं है। वहां भाजपा की सरकार है। हाथरस में एक दलित युवती से कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसक मौत की घटना को लोग भूले नहीं हैं।
तृणमूल नेता ने कहा कि आदिवासी परिवार के घर पर भोजन करने की बजाय शाह दलितों, आदिवासी और पिछड़ी जातियों से जुड़े लोगों की समस्याओं के सामाधान और वास्तविक मुद्दों को लेकर बातें क्यों नहीं कर रहे हैं? कई सवाल ऐसे हैं, जिसका जवाब जनता जानना चाहती है।
अमित शाह को बंगाल में नहीं फैलाने देंगे अशांति : कल्याण
इधर, तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने भी अमित शाह के बंगाल दौरे को लेकर उन पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि शाह बंगाल में अशांति फैलाने के लिए आए हैं, पर वह इसमें नाकाम रहेंगे। यदि वह ऐसा करते हैं तो यहां की जनता भी चुप नहीं बैठेगी। यहां की सत्ता पर काबिज होने का उनका सपना कभी साकार नहीं होगा। तृणमूल सांसद ने कहा कि हमने भी दूध पी रखा है और हाथों में चूड़ियां नहीं पहन रखी है। बंगाल की जनता अशांति और अराजकता फैलाने वालों को माकूल जवाब देगी।