कोरोना से मौत के बाद अंतिम संस्कार को तरसा 66 वर्षीय भोलानाथ, 15 घंटे घर के आंगन में पड़ा रहा शव
कोरोना से संक्रमित लोगों को एक ओर जहां इलाज के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस बीमारी से मरने वालों को समय पर अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं हो पा रहा। ऐसी ही दर्दनाक घटना बंगाल के हुगली जिले में देखने को मिली है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना से संक्रमित लोगों को एक ओर जहां इलाज के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस बीमारी से मरने वालों को समय पर अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं हो पा रहा। ऐसी ही दर्दनाक घटना बंगाल के हुगली जिले के सिंगुर थानांतर्गत मिर्जापुर इलाके में देखने को मिली है। वहां रहने वाले 66 वर्षीय भोलानाथ पाल की मंगलवार को कोरोना से मौत हो गई थी।
मौत के15 घंटे बीतने के बाद भी प्रशासन की ओर से उनके अंतिम संस्कार के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसे लेकर इलाके के लोग दहशत में आ गए। मृतक के बेटे ने बताया कि मंगलवार रात कोरोना से उसके पिता की मौत हो गई। मौत के तुरंत बाद हमलोगों ने स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी।
15 घंटे बीत जाने पर भी अभी तक पिता के शव का अंतिम संस्कार के करने के लिए प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया। घरवालों ने शव को घर के आंगन में रखा था। बताया गया है कि एक सप्ताह पहले वे कोरोना से संक्रमित हुए थे। घर में ही उनका इलाज़ चल रहा था।